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Showing posts from April, 2020

प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना के इलाज को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

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नई दिल्ली ने सरकार से उस याचिका पर जवाब दाखिल करने को कहा है जिसमें याचिकाकर्ता ने कहा है कि का खतरा दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है और ऐसे में प्राइवेट अस्पतालों में इसके इलाज के लिए सरकार रेट तय करे। दिल्ली सरकार ने हाल में कहा था कि दिल्ली में आठ अस्पतालों में कोरोना का इलाज होगा लेकिन रेट तय नहीं किया गया था। ऐसे में केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए कि वह प्राइवेट अस्पतालों में इसके इलाज के लिए कीमत रेग्युलेट करे। मरीजों को इलाज के दौरान दोहन से बचाया जाए सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता एडवोकेट सचिन जैन की ओर से अर्जी दाखिल कर कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को निर्देश जारी करे कि प्राइवेट व कॉरपोरेट अस्पतालों में कोरोना मरीज के इलाज के लिए क्या खर्चा होगा इसे रेग्युलेट किया जाए और मरीजों को इलाज के नाम पर वित्तीय दोहन से बचाया जाए। अर्जी में कहा गया है कि डब्ल्यूएचओ ने 11 मार्च को कोरोना को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया था। भारत में बड़ी संख्या में लोग आए दिन संक्रमित हो रहे हैं। भारत सरकार ने 21 मार्च 2020 को डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना

बिहार में कैसे होगी छात्रों-मजदूरों की घर वापसी?

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नीलकमल, पटना केंद्र की ओर से अनुमति मिलने के बाद राज्य के बाहर फंसे मजदूरों और छात्र-छात्राओं, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों के घर वापसी का रास्ता आसान नहीं(Lockdown me ) है। हालांकि, बिहार सरकार का कहना है कि इस मामले में मुख्य सचिव स्तर पर बैठक कर फंसे लोगों को वापस लाने की रणनीति तैयार की जाएगी। बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का कहना है कि बिहार सरकार के पास इतनी बसें नहीं हैं कि वो हर राज्य में फंसे लोगों को बिहार ला सकें। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने फंसे लोगों के वापसी के लिए ट्रेन चलाने की बात नहीं कही है। सभी लोगों को बस से ही लाया जाना है, इसलिए सरकार उन तमाम राज्य सरकारों से बात करेगी जहां बिहार के लोग फंसे हुए हैं। क्या है घर वापसी के लिए केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन नई गाइडलाइन के मुताबिक सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपने नोडल अधिकारी नियुक्त करने होंगे। फंसे हुए लोगों को भेजने और लाने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य को आपस में बात करनी होगी। इसके अलावा एक राज्य से दूसरे राज्य में जा रहे लोगों को स्वास्थ्य जांच के बाद ही भेजा जाएगा। सबको बस में

ऐम्बुलेंस में पिता... दिल्ली से लौटा दुलहन संग

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मुजफ्फरनगर लॉकडाउन के दौरान जहां-तहां फंसे लोग अपने घर जाने के लिए तमाम जतन कर रहे हैं। उनकी चिंता वाजिब भी है। हालांकि, कुछ लोग तमाम गलत तरीकों से कई गैरजरूरी काम भी कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के रहने वाले एक युवक ने अपने पिता की बनाया और से दिल्ली जाकर वहां शादी कर ली। शादी करके वह अपनी बीवी को ऐम्बुलेंस से ही लेकर आया। हालांकि, अब इस पूरे परिवार को क्वारंटीन में रख दिया गया है। 26 वर्षीय अहमद ने दिल्ली जाने के लिए एक ऐम्बुलेंस बुक की। अपने पिता की बीमारी का बहाना बनाया और उन्हें ड्रिप लगाकर स्ट्रेचर पर लिटा दिया। रास्ते में ना जाने कितने चेक पोस्ट और पुलिस चौकियों पर झूठ बोलकर और पिता की बीमारी का बहाना बनाकर अहदम दिल्ली पहुंच गया। पुलिस को सूचना मिली तो रुक गया जश्न दिल्ली में उसने निकाह किया। निकाह के बाद बिलकुल उसी तरीके से वह अपनी पत्नी को भी ऐम्बुलेंस से ही लेकर घर आ गया। हालांकि, नई बहू आने की यह खुशी इस परिवार में ज्यादा लंबी नहीं टिकी। पड़ोस के किसी शख्स ने पुलिस को सूचना दे दी। यह शख्स मुजफ्फरनगर के खतौली का रहने वाला है, जोकि का हॉटस्पॉट है। सूचना मिलते ही

उद्धव कैसे बन सकते हैं मनोनीत MLC, जानें

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मुंबई महाराष्ट्र में कोरोना संकट के बीच नया संवैधानिक संकट खड़ा हो सकता है। राज्यपाल कोटे से एमएलसी मनोनीत होने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इंतजार कर रहे हैं। इस बीच गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी की तरफ से फैसला नहीं लिया गया है। हालांकि महाराष्ट्र के सियासी अतीत पर नजर डालें तो पहले भी मंत्री बनने के बाद मनोनीत कोटे से एमएलसी बनते रहे हैं। 12 सीटें गवर्नर के मनोनीत कोटे के तहत महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को गवर्नर के मनोनीत कोटे से एमएलसी बनाने के लिए कैबिनेट ने प्रस्ताव भेजा है। राज्य में इससे पहले दत्ता मेघे और दयानंद महास्के को भी मंत्री बनने के बाद राज्यपाल विधान परिषद के लिए मनोनीत कर चुके हैं। आम तौर पर गवर्नर कोटे से एमएलसी मनोनीत करने के लिए कुछ योग्यताएं होनी जरूरी हैं। महाराष्ट्र विधान परिषद की बात करें तो यहां कुल 78 सीटें हैं। इनमें से 66 सीटों पर निर्वाचन होता है, जबकि 12 सीटों के लिए राज्यपाल कोटे से मनोनीत किया जा सकता है। पढ़ें: विधान परिषद में ये निर्वाचित सदस्य 30 सदस्यों को विधानसभा के सदस्य यानी एमएलए चुनते हैं। 7-7 सदस्य स्नातक निर्वाचन और शिक्षक कोटे के तहत चु

दिल्ली: अर्थी उठाने को चौथे शख्स ने लिए पैसे!

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शंकर सिंह, नई दिल्ली कोरोना संकट में हालात इस कदर बिगड़े हैं कि आखिरी समय में कंधा देने को चार लोग नहीं जुट पा रहे। ऐसा ही वाकया मंगलवार रात ईस्ट दिल्ली के कृष्णा नगर में घटा। जहां 65 साल की महिला की लंबी बीमारी के बाद मौत हुई। बेटे के साथ नाते-रिश्तेदार भी निगमबोध घाट पहुंचे। लेकिन वहां कंधा देने के लिए एक शख्स कम पड़ गया। कफन लाने वाले को तैयार किया गया। बाद में उसने भी कंधा देने के पैसे मांग लिए। घरवालों ने बताया कि बुजुर्ग महिला तीन-चार साल से किडनी-लिवर की समस्या से जूझ रही थीं और दो महीने से अस्पताल में थीं। उनकी मंगलवार शाम 7:30 बजे मौत हुई। परिवार में बेटा और दो बेटियां हैं। बेटा ऐंबुलेंस से शव को देर शाम घर लाया। पड़ोसी रात को ही अंतिम संस्कार कराने की कहने लगे। लेकिन कोई श्मशान घाट जाने को तैयार नहीं हुआ। बेटा शव को निगमबोध घाट लाया। पता चलने पर कृष्णा नगर में ‘नर सेवा, नारायण सेवा मित्र मंडल’ से जुड़े संजय शर्मा भी कुछ लोगों के साथ पहुंचे। संजय शर्मा ने बताया कि अर्थी उठाने की बारी आई तो रिश्तेदार नजदीक नहीं आए। महिला के बेटे, खुद संजय शर्मा और उनके मित्र मिलकर तीन हुए। आ

मजदूरों का दर्द, 'गोली मार दें, पर घर जाने दें'

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अहमदाबाद गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाले उत्तर प्रदेश के 40 प्रवासी मजदूरों के लिए यहां समय काटना मुश्किल हो गया। 24 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन हुआ। 21 दिन के पहले फेज का लॉकडाउन उन्होंने काट लिया लेकिन दूसरा लॉकडाउन होते ही उन लोगों की बेचैनी बढ़ गई। चांदलोडिया में किराए के कमरों से निकलकर 40 मजदूरों का यह समूह अंधेरे की आड़ में अपने घरों से निकल लिए। 43.8 डिग्री पारे की चिलचिलाती धूप में वह यूपी के लिए निकले लेकिन उन्हें मध्य प्रदेश के बॉर्डर पर ही रोक दिया गया। कई मजदूर यहां भूखे-प्यासे मरने को मजबूर हैं। फैजाबाद जिले के मूल निवासी जितेंद्रकुमार विश्वामित्र ने बताया कि सोमवार को वह मोटरसाइकिल से अपने गृह जनपद के लिए निकले थे। दाहोद जिले में राज्य की सीमा तक पहुंचने के लिए उन्होंने कई स्थानों पर पुलिस को रिश्वत भी दी। उन्होंने बताया, 'एमपी पुलिस ने एमपी के लोगों को सीमा पार करने की अनुमति दी, लेकिन हमें वापस भेज दिया। उन्होंने हमसे कहा कि अगर यूपी के मुख्यमंत्री हमारे लिए कहते हैं, तो ही वे हमें वहां से निकलने देंगे। तब गुजरात पुलिस ने हमारी मोटरसाइकिलें जब्त कर लीं, और हम

कोरोना याचिका: SC बोला- हम एक्सपर्ट नहीं

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नई दिल्ली कोरोना वायरस का इलाज कैसे हो आज इसपर सुप्रीम कोर्ट में सवाल उठाया गया। कोर्ट में दाखिल याचिका में मरीज के इलाज के दौरान हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और एजीथ्रोमाइसिन के इस्तेमाल के साइड इफेक्ट का सवाल उठाया गया। इसपर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि क्या हम एक्सपर्ट हैं? अदालत ने कहा कि हम इलाज के विधि को लेकर आदेश पारित नहीं कर सकते। अदालत ने कहा कि याचिका को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के सामने बतौर रिप्रजेंटेशन के तौर पर पेश किया जाए और ICMR उस पर विचार करेगा। सुप्रीम कोर्ट में यूएस बेस्ड डॉक्टर ने एक संगठन की ओर से अर्जी दाखिल कर कहा कि कोरोना मरीज के इलाज के दौरान उक्त दवाओं का इस्तेमाल हो रहा है और इसके साइ़ड इफेक्ट का खतरा है। अदालत से कहा गया कि कोरोना मरीज के इलाज के लिए तय गाइडलाइंस में बदलाव किया जाए। याचिकाकर्ता ने यूएस से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होते हुए कहा कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और एजीथ्रोमाइसिन का व्यापक इस्तेमाल कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज के दौरान हो रहा है ये चिंता का विषय है। डॉक्टर कुणाल ने कहा कि जिन दोनों ड्रग्स का इस्तेमाल इलाज के लिए हो

सोसायटी में बिना मास्क घूम रहे 12 पर केस

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गाजियाबाद राजनगर एक्सटेंशन की एक सोसायटी के ओपन एरिया में बिना मास्क पहने घूमने पर 12 लोगों के खिलाफ सिहानी गेट थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। सोसायटी के अंदर पुलिस की ओर से इस तरह की पहली कार्रवाई है। जिन लोगों पर केस दर्ज हुआ है, वे सोसायटी के ही रहने वाले हैं। बता दें कि कोरोना की वजह से जिले में घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य है। थाना प्रभारी गजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि रिवर हाइट्स सोसायटी में कई लोगों के बिना कारण ओपन एरिया में घूमने की कई शिकायतें मिल रहीं थीं। ऐसे लोगों को कई बार समझाया भी गया, लेकिन ये लोग नहीं मान रहे थे। ऐसे में शुक्रवार को 12 रेजिडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि अलग-अलग सोसायटी पर नजर रखी जा रही है, अगर कोई बिना मास्क या बेवजह सोसायटी के कॉमन एरिया में घूमेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi https://ift.tt/3f2Kuz7

फौजी की बिटिया का बर्थडे मनाने पहुंची पुलिस

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मथुरा उत्तर प्रदेश के मथुरा की रहने वाली संगीता सिंह की बेटी का 29 अप्रैल का जन्मदिन था। संगीता के पति आर्मी में हैं और इस समय ड्यूटी पर बाहर हैं। लॉकडाउन के कारण संगीता इस बात को लेकर मायूस थीं कि वह बेटी का पहला जन्मदिन नहीं मना पाएंगी। इसी बीच उन्होंने पुलिस को इस बारे में बताया। बिटिया का जन्मदिन खास बनाने के लिए मथुरा की पुलिस कई गाड़ियों के साथ केक, बच्ची का फोटो फ्रेम और तोहफे लेकर पहुंच गई और इस दिन को यादगार बना दिया। थाना गोविंद नगर क्षेत्र की महाविद्या कालोनी निवासी इस परिवार की बिटिया एक साल की हो गई। बच्ची के फौजी पिता देश की सीमा की सुरक्षा में तैनात हैं। ऐसे में बच्ची की मां ने बुधवार को सोशल मीडिया के माध्यम से उत्तर प्रदेश पुलिस और मथुरा के पुलिस अधिकारियों के नाम संदेश डाला कि उसका जन्मदिन कैसे मनाया जाएगा। उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा, जब कुछ ही समय बाद तीन कार और कई बाइक्स पर सवार ‘यूपी-112’ सर्विस के अधिकारी और पुलिसकर्मी उनके घर एक बर्थडे-केक, ढेर सारे गुब्बारे, फोटो फ्रेम और गिफ्ट लेकर पहुंच गए। बच्ची की बैंकर मां समेत परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में केक

लॉकडाउन में फंसा पति, पत्नी ने की खुदकुशी

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नोएडा नोएडा में लॉकडाउन में पति के फंसे होने से खुदकुशी का मामला सामने आया है। थाना फेस-2 क्षेत्र के याकूबपुर गांव में रहने वाली 24 वर्षीय महिला ने आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि मानसिक तनाव के चलते उसने अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस ने बताया कि महिला का पति अपने गृह जनपद बरेली गया हुआ था और लॉकडाउन की वजह से वह लौट नहीं पा रहा था जिस वजह से वह तनाव में थी। पुलिस उपायुक्त (जोन-2) हरीश चंदर ने बताया कि बबली भाटी के मकान में ओमप्रकाश अपनी पत्नी शीतल (25 वर्ष) तथा साली मिथिलेश के साथ रहते हैं। लॉकडाउन से पहले ओमप्रकाश अपने गृह जनपद बरेली गया था, इसी बीच लॉकडाउन हो गया और वह नोएडा नहीं आ पाया। पढ़ें: बरेली में लॉकडाउन में फंसा था पति पुलिस कमिश्नर (जोन-2) ने बताया कि शीतल और उसकी बहन याकूबपुर गांव में ही रह रहे थे। चंदर ने बताया कि आज सुबह शीतल ने अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। डीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान मृतका की बहन ने पुलि

लॉकडाउन में बच्चों से बात वाली याचिका पर SC

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नई दिल्ली लॉकडाउन के दौरान जो बच्चे एक पैरेंट्स के कस्टडी में हैं उन्हें दूसरे पैरेंट्स से इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से बातचीत की इजाजत की मांग पर ने कहा कि इस तरह से आदेश हम कैसे पारित कर सकते हैं अगर अदालत के आदेश के बावजूद इसकी कस्टडी में बच्चा है अगर पैरेंट्स ने बात नहीं करने दी तो कंटेप्ट केस की बाढ़ आ जाएगी। हम देशव्यापी ऐसा आदेश कैसे पारित कर सकते हैं। लॉकडाउन के दौरान बच्चों की कस्टडी न पाने वाले पैरेंट्स के विजिटिंग राइट्स का मामला सुप्रीम कोर्ट में उठाया गया था। याचिका में कहा गया था कि बच्चे की कस्टडी के मामले में जिनके पास बच्चे की कस्टडी नहीं है उन पैरेंट्स को डिजिटल माध्यम से बच्चे से बात करने की इजाजत हो तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम इस तरह का आदेश पारित नहीं कर सकते। दरअसल सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा गया कि जिन पैरेंट्स को विजिटिंग राइट्स मिला हुआ है और बच्चों की कस्टडी नहीं मिली है उन्हें ऑनलाइन मुलाकात की इजाजत दी जाए। ताकि लॉकडाउन के दौरान बच्चा एक की कस्टडी के दौरान दूसरे पैरेंट्स के प्यार से वंचित न रह जाएं। याचिकाककर्ता डीयू में असिस्टेंट प्रोफेसर ने कहा कि

प्रतिभा के पावरहाउस, PM की ऋषि को श्रद्धांजलि

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नई दिल्ली दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी शोक व्यक्त किया है। पीएम ने ट्वीट कर कहा दिवंगत अभिनेता को बहुआयामी और जीवंत बताया। पीएम ने ऋषि के साथ अपनी मुलाकात को भी याद किया। पीएम ने ट्वीट कर कहा, 'बहुआयामी, प्रिय और जीवंत ऋषि कपूर जी। वह प्रतिभा के पावरहाउस थे। मैं हमेशा उनके साथ मुलाकात को याद करूंगा। फिल्मों और देश की प्रगति के लिए उनमें पैशन था। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।' ऋषि कपूर का आज सुबह कैंसर से लंंबी लड़ाई के बाद सुबह पौने नौ बजे निधन हो गया था। पिछले दो साल से ऋषि कैंसर से लड़ रहे थे। वह एक साल तक अमेरिका के न्यूयॉर्क में इलाज कराकर पिछले साल भारत लौटे थे। from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi https://ift.tt/2KI8KJ3

राहुल ने राजन का 'इंटरव्यू' ले मोदी को घेरा

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नई दिल्ली कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ बातचीत की अपनी श्रृंखला शुरू की है। इस श्रृंखला के तहत उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। राहुल ने राजन से कोविड-19 के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर से लेकर सत्ता के केंद्रीयकरण को लेकर राजन से सवाल पूछा। कांग्रेस नेता ने राजन के जवाब से पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों पर सवाल भी खड़े किए। राहुल ने राजन से उन सवालों के जवाब पूछे जिसके जरिए कांग्रेस लगातार पीएम मोदी को घेर रही है। केंद्रीयकरण पर राजन के जवाब से मोदी को घेरा राहुल ने पूछा सरकार में केंद्रीयकरण के मुद्दे पर राजन से सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि इसके कारण जनता से सीधे बातचीत रुक गई है। इसपर राजन ने कहा कि विकेंद्रीकरण बेहद अहम है। इससे लोगों को ताकत मिलती है। फैसला कहीं और से लिया जाएगा तो फिर चीजें सही दिशा में आगे नहीं बढ़ेंगी। आज पंचायत जैसी संस्थाओं को कम ताकत है। राजन ने कहा कि केंद्रीयकरण की वजह से चीजें जल्दी से आगे नहीं बढ़ पाती हैं। लॉकडाउन, सामाजिक

गवर्नर के 'जेबी वीटो' से खतरे में उद्धव की कुर्सी!

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मुंबई (Uddhav Thackeray) महाराष्ट्र के सीएम हैं। हालांकि, वह विधानमंडल के सदस्य नहीं हैं। उद्धव ठाकरे का विधानमंडल का सदस्य ना होना ही उनकी सरकार के खतरा बन गया है। 28 मई तक अगर उद्धव ठाकरे विधानमंडल के सदस्य नहीं बनते हैं तो उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। उद्धव ठाकरे को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने के लिए राज्य की कैबिनेट ने राज्यपाल () से अपील की। अब सबकुछ राज्यपाल के हाथ में है। यहां भगत सिंह कोश्यारी जेबी वीटो () का इस्तेमाल करते दिख रहे हैं। इस वीटो के तहत गवर्नर प्रस्ताव को अपने पास लंबित रखते हैं और उसपर कोई जवाब नहीं देते हैं। गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी की ओर से कोई जवाब मिलता ना देखकर उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात की है। उद्धव ने पीएम मोदी से अनुरोध किया है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करके इसे जल्द से जल्द हल कराने का प्रयास करें। महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार का तर्क है कोरोना के इस संकट के समय उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य सरकार पर कोई संकट ना आए। कैबिनेट ने भी गवर्नर को भेजा प्रस्ताव उद्धव ठाकरे की निगाहें अप्रैल महीने में होने वाल

कोरोना: पुरी में टूटेगी 284 सालों की परंपरा?

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पुरी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच देश को लॉकडाउन किया गया है। लेकिन अगर 3 मई के बाद भी लॉकडाउन बढ़ाया जाता है और हालात ठीक नहीं होते हैं तो ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पर भी ग्रहण लग सकता है। हालांकि अभी इन विकल्पों पर विचार किया जा रहा है कि बिना परंपराओं को तोड़े कोरोना के खतरे से बचकर किस तरह से रथयात्रा निकाली जाए। पुरी के जगन्नाथ मंदिर के सेवायतों के संगठन दइतापति निजोग ने लॉकडाउन के बीच रथयात्रा कराने का निवेदन किया है। पत्र ने जरिए दइतापति निजोग ने कहा है कि देश में अनेकों बार महामारी हुई है, लेकिन कभी भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा बंद नहीं हुई। ऐसे में पुराने इतिहास को ध्यान में रखकर इस साल भी कोरोना वायरस के चलते जारी प्रतिबंध के बीच रथयात्रा की इजाजत मिलनी चाहिए। उन्होंने इस बात का भी प्रस्ताव दिया है कि पुरी की सभी सीमाओं को सील करके रथयात्रा कराई जा सकती है। मंदिर में चल रही रथ निर्माण की तैयारी पत्र में कहा गया है कि रथयात्रा में बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जाएगा। दइतापति निजोग ने सचिव दुर्गादास महापात

मुंबई का 'वुहान' बना भायखला, बढ़ गई टेंशन

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मुंबई बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के लगातार तमाम प्रयासों के बाद महाराष्ट्र () के सबसे ज्यादा कोरोना वायरस प्रभावित मुंबई के हॉटस्पॉट में कुछ राहत दिखने लगी है। बीएमसी ने वर्ली कोलोवाड़ और धारावी में स्थिति नियंत्रित कर ली है। हालांकि बीएमसी अधिकारियों के सामने एक और बड़ी चुनौती आ गई है। यह है भायखला (Byculla)। भायखला ईस्ट में कोरोना वायरस () के पॉजिटिव केस लगातार बढ़ रहे हैं और इसके साथ ही बीएमसी अधिकारियों की चिंता भी बढ़ती जा रही है। बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि बायखला सबसे ज्यादा परेशान करने वाला इलाका है। वर्ली के जी साउथ में 16 अप्रैल को 390 और ई वॉर्ड में 162 पॉजिटिव केस मिले थे। हालांकि, बीएमसी की 27 अप्रैल को यहां ई वॉर्ड में 475 और जी-साउथ में 628 केस मिले। भायखला के ई वॉर्ड से मिल रहे कई मामले अधिकारियों ने कहा, 'वर्ली-कोलीवाड़ा और धारावी (Dharavi) बहुत भीड़भाड़ वाला इलाका है। कठिन स्थिति के बावजूद, हम यहां संक्रमण को नियंत्रण में रखने में कामयाब रहे हैं। जो मामले हमें मिल रहे हैं, वे ज्यादातर कंटेनमेंट जोन से हैं और हमारी उम्मीद के मुताबिक हैं। हालांकि, हमें ई वॉर्ड

15 माह की बेटी की डेथ, डॉ. पिता करते रहे ड्यूटी

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होशंगाबाद। कोरोना से जंग में डॉक्टर फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे हैं। परिवार से ज्यादा वह अपनी ड्यूटी को तवज्जो दे रहे हैं। कोरोना काल में पुलिसकर्मियों और डॉक्टरों की ड्यूटी को भुलाया नहीं जा सकता है। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले से एक दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है, जिसे जानकर आप कहेंगे कि डॉक्टर इससे बड़ा त्याग और क्या कर सकते हैं। दरअसल, होशंगाबाद के रहने वाले डॉक्टर देवेंद्र मेहरा 15 महीने की बीमार बेटी को छोड़कर इंदौर में ड्यूटी कर रहे थे। बेटी की स्थिति नाजुक बनी हुई थी, बीच वह उसे देखने भी गए थे। उन्होंने कहा कि उसकी हालत को देखकर लौटने का मन नहीं कर रहा था। लेकिन ड्यूटी जरूरी था। इसलिए इंदौर वापस काम पर लौट आया। देवेंद्र मेहरा इंदौर में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं। 15 महीने की डॉक्टर देवेंद्र मेहरा जब इंदौर में ड्यूटी पर तैनात थे, तभी घर से यह मनहूस खबर आई है कि अब बेटी नहीं रही। उसके बाद उन्होंने अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी। एडीएम ने फिर उन्हें इंदौर से होशंगाबाद जाने के लिए परमिशन दी। डॉ देवेंद्र मेहरा बुधवार को अपने घर होशंगाबाद पहुंच गए।

मेरठ में आखिर 2 दिन से क्यों मर रहे हैं चमगादड़?

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प्रेमदेव शर्मा, मेरठ महामारी के बीच उत्तर प्रदेश के मेरठ में बुधवार को तालाब के पास मरे हुए 3 चमगादड़ मिलने से गांव में दहशत फैल गई। जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम और पशु चिकित्सा अधिकारी मौके पर पहुंचे। जांच के बाद चमगादड़ों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए बरेली भेज दिए गए। गांववालों की मानें तो मंगलवार को भी गांव में चमगादड़ मरे मिले थे। लगातार दो दिनों से चमगादड़ों के शव मिलने को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चा है। इनकी मौत को लेकर कई तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं। मेरठ की डीएफओ अदिति शर्मा ने बताया कि चमगादड़ के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए बरेली स्थित इंडियन वैटेनरी रीसर्च इंस्टिट्यूट में भेज दिया है। वहां से रिपोर्ट आने का इंतजार है। क्या कोरोना के खौफ में किसी ने इनकी हत्या की है? इस सवाल पर अदिति शर्मा ने कहा कि ये फल खाने वाले चमगादड़ थे। इन दिनों किसान फलों के पेड़ पर केमिकल का स्प्रे कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि पेस्टिसाइड्स के स्प्रे वाला फल खाने से इनके मौत की संभावना हो सकती है। उन्होंने आशंका जताई कि कुछ शरारती तत्वों ने लोगों में दहशत फैलाने के लिए भी इनकी हत्या कर तालाब के क

फर्जी ऐप से 'नापाक जासूसी', सेना का अलर्ट

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नई दिल्ली केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने और पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवानों को से सतर्क रहने की सलाह दी है। सुरक्षा एजेंसियों ने सैनिकों और अर्द्धसैनिक बलों को पाकिस्तानी एजेंसियों की किसी साजिश के तहत ‘आरोग्य सेतु ऐप’ से मिलता-जुलता मोबाइल ऐप लाए जाने के प्रति आगाह करते हुए कहा है कि ऐसे ऐप्लिकेशन के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां संवेदनशील जानकारियों की चोरी कर सकती हैं। अधिकारियों ने बुधवार को जारी एक गाइडलाइन में कहा कि यह फर्जी ऐप यूजर्स को वॉट्सऐप, एसएमएस, ई-मेल या इंटरनेट आधारित सोशल मीडिया के किसी लिंक के जरिए मिल सकता है। ऐसे में जवानों को यह सुझाव दिया गया है कि उन्हें अधिकृत वेबसाइट माईजीओवी डॉट इन से ही ऐप डाउनलोड करना चाहिए। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, डाउनलोड किए जाने के दौरान फर्जी ऐप उपयोगकर्ता से इंटरनेट का इस्तेमाल करने और अतिरिक्त ऐप्लीकेशन पैकेज इंस्टॉल करने की इजाजत देने को कहता है। इसके बाद, यह लिंक फेस डॉट एपीके, आईएमओ डॉट एपीके, नॉर्मल डॉट एपीके, ट्रूसी डॉट एपीके, स्नैप डॉट एपीके और वाइबर डॉट एपीके को फोन में इंस्टॉल कर देता है। वायरस के जरिए हैकिंग

कर्नाटक: कैमरामैन पॉजिटिव, 4 मंत्री क्वारंटाइन में

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चेन्नै कर्नाटक के कन्नड़ समाचार चैनल के एक कैमरामैन में कोरोना वायरस पॉजिटिव मिला था। पत्रकार के संपर्क में आए पांच मंत्रियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। बुधवार को चार मंत्रियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। चारों मंत्री अब सेल्फ क्वारंटाइन में हैं। इस मामले में हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया ने खबर छापी थी कि पांच मंत्री पत्रकार के सीधे संपर्क में आए थे, लेकिन वे होम क्वारंटाइन प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं, जिसके बाद मंत्रियों ने खुद को क्वारंटाइन किया है। डेप्युटी सीएम सीएन अश्वथ नारायण, गृह मंत्री बसवराज बोम्मई और कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री सीटी रवि सहित चिकित्सा शिक्षा मंत्री के सुधाकर ने ट्वीट किया कि चार मंत्रियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है और वे घर में सेल्फ क्वारंटाइन में हैं। अश्वथ नारायण ने एक ट्वीट में कहा, 'एक कोविड-19 प्रभावित व्यक्ति के संपर्क में आने की सूचना मिलने के बाद मैं घर पर ही हूं। मेरी रिपोर्ट में संक्रमण नहीं मिला है, लेकिन सतर्क रहना और सभी आवश्यक सावधानी बरतना जारी रखूंगा।' ट्विटर पर दी जानकारी बोम्मई ने कहा, उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव निकली है।

कोरोना नेगेटिव मां-बाप न दे सके बच्चे को 'विदाई'

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मुंबई उन मां-बाप के लिए इससे बड़ी बदनसीबी क्या होगी, जो इलाज के लिए अस्पताल में हैं, लेकिन उनका 9 महीने का बच्चा दुनिया छोड़कर चला गया और वे उसका क्रियाकर्म भी न कर सकें। आरपीएफ में काम करने वाले इस बदनसीब बाप, फिर बच्चे और बाद में मां, तीनों को कोरोना के लक्षण देखते हुए अस्पताल में भर्ती किया गया था। बाद में तीनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई, लेकिन बच्चे ने दम तोड़ दिया। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, बांद्रा रेलवे कॉलोनी में रहने वाले पश्चिम रेलवे के आरपीएफ जवान को 25 अप्रैल को जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें खांसी और बुखार था। कोरोना लक्षण के चलते उनका टेस्ट किया गया। रिपोर्ट आने से पहले ही उनके 9 महीने के बच्चे को लगातार दस्त की शिकायत हुई। उसे भी 27 अप्रैल को अस्पताल लाया गया। बच्चे का भी टेस्ट हुआ। बाप और बेटे में लक्षण होने के कारण मां को भी अस्पताल लाया गया और उनका भी टेस्ट हुआ। इसी बीच बच्चे की हालत बिगड़ गई और 28 अप्रैल को उसकी मौत हो गई। नेगेटिव आई रिपोर्ट मां-बाप, दोनों अस्पताल में थे। इसीलिए उनके 9 महीने के मासूम बच्चे का क्रियाकर्म करने वाला कोई नहीं था। ऐसे मे

बिहार सरकार ने तोड़ा था ऋषि कपूर का दिल

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पटना महान बॉलीवुड ऐक्टर (Rishi kapoor) का निधन हो गया है। 67 वर्षीय अभिनेता ने गुरुवार को अंतिम सांस ली। अभिनय की दुनिया में तो ऋषि कपूर (Rishi kapoor) ने खूब नाम कमाया ही था। इसके अलावा वे सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहते थे। वे अपने ट्वीट के जरिए देश के सम-सामायिक मुद्दों पर अपनी अपनी राय रखते रहते थे। ऋषि कपूर (Rishi kapoor) में बिहार (Bihar) सरकार की ओर से पूर्ण शराबबंदी लागू होने के फैसले पर सवाल उठाया था। ऋषि कपूर (Rishi kapoor) ने अपने ट्वीट में कहा था, 'बिहार (Bihar) सरकार शराब की तस्करी और अवैध शराब को बढ़ावा देने वाला कदम उठाई है। दुनियाभर में शराब पर प्रतिबंध असफल रहा है। जाग जाओ। बिहार (Bihar) तुम्हें 3,000 करोड़ रुपये के राजस्व का भी नुकसान होगा।' ये भी पढ़ें-: उन्होंने एक और ट्वीट में कहा था, 'शराब के लिए 10 साल की जेल, अवैध तरीके से हथियार रखने पर पांच साल? वाह CM नीतीश! मैं बिहार (Bihar) नहीं आ रहा! 2016 में आप इतने अदूरदर्शी कैसे हो गए?' इस ट्वीट के साथ ऋषि कपूर (Rishi kapoor) ने 1983 में आई फिल्म 'कुली' की अपनी एक फोटो भी शेयर की थी। उन्हो

हिमालय की गोद में बच्‍चे का डांस जगा रहा उम्‍मीद

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इस्‍लामाबाद महामारी से जूझ रहे पाकिस्‍तान में इस महामारी से अब तक 343 लोगों की मौत हो गई और 15 हजार से ज्‍यादा लोग इससे संक्रमित हैं। इस महासंकट के बीच गिलगित-बाल्टिस्तान के बच्‍चे का वीडियो खौफ और गम में जी रहे लोगों के दिल को काफी सूकून दे रहा है। वर्ल्‍ड डांस डे पर संयुक्‍त राष्‍ट्र की संस्‍था यूनिसेफ ने इस विडियो को शेयर किया है। यूनिसेफ ने बताया क‍ि इस बच्‍चे का नाम मोहम्‍मद है। बताया जा रहा है कि यह बच्‍चा पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाले भारतीय इलाके गिलगिट और बाल्टिस्‍तान का रहने वाला है। य‍ह वीडियो हिमालय की खूबसूरत वादियों के बीच शूट किया गया है। भारी बर्फ के बीच मोहम्‍मद एक गाने पर डांस कर रहे हैं। पूरी वीडियो इतना खूबसूरत लग रहा है कि सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है। यूनिसेफ के विडियो को ही अब तक करीब पौने चार लाख बार देखा गया है। यही नहीं 2900 लोगों ने इस वीडियो को ट्विटर पर रीट्वीट किया है और करीब 10 हजार लोगों ने इस लाइक किया है। बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बुधवार को 15,000 के आंकड़े को पार कर गई, जबकि इस महामारी से मरने वाले लोग

UN में अकबरुद्दीन की जगह लेंगे टी.एस. तिरुमूर्ति

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नयी दिल्ली अनुभवी राजनयिक टी. एस. तिरुमूर्ति को बुधवार को संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त किया गया। वह फिलहाल विदेश मंत्रालय में सचिव पद पर कार्यरत हैं। भारतीय विदेश सेवा के 1985 बैच के अधिकारी तिरुमूर्ति न्यूयॉर्क में सैयद अकबरुद्दीन की जगह लेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रह चुके अकबरुद्दीन कई साल से संयुक्त राष्ट्र में देश के स्थाई प्रतिनिधि हैं और उन्होंने इस वैश्विक मंच पर तमाम मुद्दों पर देश का रुख सफलतापूर्वक रखा है। वह जल्दी ही सेवानिवृत्त होने वाले हैं। मंत्रालय ने कहा कि नयी दिल्ली में, विदेश मंत्रालय के मुख्यालय में आर्थिक संबंधों के सचिव के रूप में काम कर रहे तिरुमूर्ति को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थाई प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। सरकार ने नम्रता एस. कुमार को स्लोवेनिया में देश का अगला राजदूत नियुक्त किया है जबकि जयदीप मजूमदार को ऑस्ट्रिया में भारत का नया राजदूत बनाया है। मंत्रालय में संयुक्त सचिव दीपक मित्तल को कतर में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया है। पीयूष श्रीवास्तव को बहरीन में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया है। from

मेरी ये दिली ख्वाहिश थी लेकिन मैं कर नहीं सकता...

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नई दिल्ली भाइयों-बहनों, नमस्कार। मैं इरफान। मैं आज आपके साथ हूं भी और नहीं भी। खैर, ये फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' मेरे लिए बहुत खास है। सच... यकीन मानिए, मेरी दिली ख्वाहिश थी कि इस फिल्म को उतने ही प्यार से प्रमोट करूं, जितने प्यार से हम लोगों ने बनाया है। लेकिन मेरे शरीर के अंदर कुछ अनवॉन्टेड मेहमान बैठे हुए हैं। उनसे वार्तालाप चल रहा है। देखते हैं किस करवट ऊंट बैठता है। जैसा भी होगा आपको इत्तिला कर दी जाएगी। कहावत है 'When life gives you lemons, you make a lemonade'.(जब जीवन आपको नींबू थमाता है, तो शिकंजी बनाएं, मतलब- जब भी जीवन में मुश्किलें आएं तो उनका भी लाभ उठाएं)। बोलने में अच्छा लगता है, (हंसते हुए) पर सच में जिंदगी जब आपके हाथों में नीबू थमाती है न... तो शिकंजी बनाना बहुत मुश्किल हो जाता है। लेकिन आपके पास और चॉइस भी क्या है पॉजिटिव रहने के अलावा? इन हालात में नीबू की शिकंजी बना पाते हैं या नहीं बना पाते हैं? यह आप पर है। हम सबने इस फिल्म को उसी पॉजिटिविटी के साथ बनाया है। मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म आपको सिखाएगी, हंसाएगी, रुलाएगी, फिर हंसाएगी शायद। ट्रेलर को एन

प्रवासी मजदूरों, छात्रों को मिली घर जाने की छूट

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नई दिल्ली केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के अलग-अलग जगहों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों, विद्यार्थियों आदि की आवाजाही की अनुमति दे दी है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश अपने यहां फंसे लोगों को उनके गृह राज्यों में भेजने और दूसरी जगहों से अपने-अपने नागरिकों को लाने के लिए स्टैंडर्ड प्रॉटोकॉल तैयार करें। यानी, अब हर प्रदेश दूसरे प्रदेशों में फंसे अपने नागरिकों को वापस ला पाएगा और अपने यहां फंसे दूसरे प्रदेशों के नागरिकों को वहां भेज पाएगा। बहरहाल, गृह मंत्रालय ने राज्यों को फंसे लोगों को लाने और ले जाने की व्यस्था के लिए कुछ गाइडलाइंस भी जारी किया है। इसके मुताबिक... 1. राज्य और केंद्रशासित प्रदेश इस काम के लिए नोडल अथॉरिटीज नामित करेंगे और फिर ये अथॉरिटीज अपने-अपने यहां फंसे लोगों का रजिस्ट्रेशन करेंगी। जिन राज्यों के बीच लोगों की आवाजाही होनी है, वहां की अथॉरिटीज एक दूसरे से संपर्क कर सड़क के जरिए लोगों की आवाजाही सुनिश्चित करेंगी। 2. जो लोग जाना चाहेंगे, उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी। अगर उनमें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं दिखेंगे तो

कोरोना: UP में आए 2,115 केस , 36 की मौत

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लखनऊ उत्तर प्रदेश में के मामले धीरे-धीरे बढ़ते ही जा रहे हैं। बुधवार को संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 2,115 पहुंच गई, इनमें से 36 की मौत हो चुकी है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि आज इस समय तक जो जानकारी उपलब्ध है, उसके मुताबिक प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2,115 है। इनमें से 477 लोग पूरी तरह ठीक होकर घर जा चुके हैं जबकि 36 लोगों की मौत हुई है। अमित मोहन ने बताया कि प्रदेश में इस समय 60 जिलों में संक्रमण के मामले हैं। कुल 1,602 सक्रिय मामले हैं। सात जिलों में कोई सक्रिय मामला नहीं है। प्रसाद ने बताया कि कल जांच के लिए 4,071 सैंपल लिए गए जबकि 3,799 सैंपल लैब में भेजे गए। उन्होंने बताया कि पूल टेस्टिंग 10 लैब में की गई और कुल 332 पूल टेस्ट किए गए हैं। इनमें 1,612 नमूना परीक्षण हुए और 15 पूल पॉजिटिव आए। प्रमुख सचिव ने बताया कि आज की तारीख में आइसोलेशन वॉर्डों में 1769 मरीज हैं जबकि क्वारंटीन केंद्रों में 11,487 लोग हैं। उन्होंने बताया कि आइसोलेशन बेड्स की संख्या में काफी इजाफा किया गया है। कल ही 75 नई इकाइयों को एल-1 या एल-2 कोविड केयर सेंटर क

कोरोना संक्रमण की कगार पर हैं धूम्रपान करने वाले लोग

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नयी दिल्ली भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), जोधपुर के वैज्ञानिकों के एक अध्ययन के मुताबिक धूम्रपान करने वाले लोग संक्रमण की कगार पर हो सकते हैं। तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने की कोरोना वायरस की प्रकृति के आधार पर यह दावा किया गया है। कोरोना के लक्षण नहीं दिखते इस अध्ययन ने उन लोगों को भी आगाह किया है, जिनमें कोविड-19 के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं लेकिन उनके सूंघने की क्षमता कम हो गई और खाते वक्त स्वाद आना कम हो गया है। लोगों को ये लक्षण महसूस होते ही स्व पृथक-वास में रहना चाहिए और विशेषज्ञों से सलाह लेनी चाहिए। आसानी से निशाना बनाता है कोरोना अमेरिकन केमिकल सोसाइटी द्वारा प्रकाशित प्रख्यात अंतरराष्ट्रीय जर्नल में ‘कोविड-19 महामारी की न्यूरोलॉजिकल अंतर्दृष्टि’ शीर्षक वाले अध्ययन के मुताबिक संक्रमित लोगों की सूंघने और स्वाद पाने की क्षमता कम होना उन्हें उनके केंद्रीय पूरी तंत्रिका तंत्र को और उनके मस्तिष्क की अंदरूनी संरचना को विनाशकारी प्रभाव के साथ वायरस के संक्रमण के लिये आसान निशाना बना देता है। आईआईटी जोधपुर ने की रिसर्च अध्ययन दल का नेतृत्व सुरजीत घोष ने किया है जो आई

लॉकडाउन में भी प्रभावित नहीं हुई खेती: कृषि मंत्री

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नई दिल्ली केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि देश में जरूरत से ज्यादा खाद्यान्न उत्पादन हो रहा है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में भी गृष्मकालीन फसलों की बुआई पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा और इस वर्ष भी लक्ष्य से ज्यादा खाद्यान्न उत्पादन होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में खेती-किसानी का काम प्रभावित नहीं हो, इसकी सारी व्यवस्था हुई है। बुआई से लेकर कटाई का काम सुचारू रूप से चल रहा है और किसानों से अन्न खरीदे भी जा रहे हैं। लॉकडाउन में कृषि उत्पादों की कमी नहीं पड़ रही उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रेल मंत्रालय ने 67 मार्गों पर 60 माल गाड़ियां चलाईं। पहले रेल तभी चलती थी जब उसकी क्षमता तक माल मिल जाए, लेकिन अब सवारी गाड़ी की तरह ही माल गाड़ियां भी समय से खुल रही हैं। उन्होंने कहा, 'लॉकडाउन में हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है, लेकिन खाद्यान्न, सब्जियां, दूध आदि की कोई कमी नहीं हो रही है और न ही इनके दाम बढ़े हैं।' उन्होंने कहा कि जीडीपी में कृषि का योगदान 3.7% रहा है और आने वाले वक्त में भी यह कम नहीं

300 जिलों में कोरोना साफ, अन्य 300 में कम

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नई दिल्ली देश में संक्रमण के मामले 31 हजार को पार कर चुके हैं, जबकि मौत का आंकड़ा भी अब 1000 से ऊपर पहुंच चुका है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि अब तक 7,696 मरीज इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ भी हो चुके हैं। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मरीजों के ठीक होने की रफ्तार बढ़ने के साथ-साथ अच्छी खबर यह भी है कि देश के 300 जिले अबतक कोरोना संक्रमण से पूरी तरह मुक्त रहे हैं। देश में कुल 739 जिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि इनमें से 300 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक कोरोना का एक भी केस सामने नहीं आया है। इसके अलावा 300 अन्य ऐसे भी जिले हैं जहां कोरोना वायरस संक्रमण के बहुत ही कम केस हैं। देश में 129 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना के हॉटस्पॉट्स हैं। कोरोना प्रभावित देश के 80 जिलों में पिछले 7 दिनों से और 47 जिलों में पिछले 14 दिनों से एक भी नया केस सामने नहीं आया है। 39 जिले ऐसे हैं जहां पिछले 21 दिनों से और 17 जिले ऐसे हैं जहां पिछले 28 दिनों से एक भी नया केस सामने नहीं आया है। देश में अब भी 5 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश ऐसे हैं जो कोरोना वायरस संक्रमण से एकदम अछूते हैं। ये राज्य हैं- द

6 अस्पताल के चक्कर, 7वें के रास्ते में हुई मौत

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युद्धवीर राणा, अमृतसर सात साल के बच्चे की सांसें कभी भी थम सकती थीं। बच्चे को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। परिजन उसे लेकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर काट रहे थे। लेकिन डॉक्टर ही नहीं मिल रहे थे। यह सिलसिला छह अस्पतालों तक चला। जिंदगी की उम्मीद लिए परिजनों ने सातवें अस्पताल का रुख किया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मामला पंजाब के पठानकोट का है। हैरानी की बात ये है कि जिन छह अस्पतालों के परिजनों ने चक्कर लगाए उनमें से दो सिविल हॉस्पिटल थे। इसे हेल्थ सिस्टम की नाकामी नहीं तो क्या कहेंगे कि छह-छह अस्पताल एक बच्चे को जिंदगी नहीं दे सके। लंदन में सेटल हो चुके डॉक्टर धीरज सिंह मूल रूप से पठानकोट जिले के हैं। हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया के संवाददाता उनके गृह शहर सुजानपुर पहुंचे। डॉक्टर धीरज ने बताया कि बच्चा उनके पिता के यहां काम करने वाले उपिंदर जोशी का है, जो मूल रूप से बिहार के हैं। जोशी 1995 से पठानकोट में रह रहे हैं। पढ़ें: मंगलवार सुबह जब जोशी के बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हुई तो जोशी ने डॉक्टर धीरज को मदद के लिए फोन लगाया। कृष्णा नाम के इस बच्चे को जो समस्या थी उस

आजादपुर मंडी के 11 व्यापारियों को कोरोना

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नई दिल्ली राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 3 हजार 300 से पार पहुंच चुके हैं। बुधवार सुबह ताजा अपडेट आजादपुर मंडी से आया है। मंडी से जुड़े 11 व्यापारियों में कोरोना मिला है। मंडी से जुड़े लोगों का यह भी कहना है कि और लोगों को भी कोरोना हो सकता है। आज बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों पर सत्येंद्र जैन ने बड़ी बात कही। वह बोले कि ऐसे लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती करने की जगह 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहने को कहा जाएगा। पढ़ें- आजादपुर मंडी के 11 व्यापारियों को कोरोना दिल्ली की आजादपुर मंडी में कोरोना के और मामले सामने आए हैं। मंडी से जुड़े 11 व्यापारी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। डीएम (नॉर्थ) दीपक शिंदे ने बताया कि फिलहाल वह उन लोगों के संपर्क में आए लोगों की खोज में जुटे हैं। डीएम के मुताबिक, ये लोग सीधे तौर पर मंडी से जुड़े नहीं थे। एशिया की सबसे बड़ी फल और सब्जी मंडी आजादपुर में करोना के करीब 11 पेशंट सामने आए हैं, जिसके बाद से व्यापारियों में डर है। मंडी में बड़े स्तर पर कोरोना की टेस्टिंग की गई थी, जिसके बाद कई लोग संक्रमित पाए गए हैं। आजादपुर मंडी एपीएमसी सदस्य अनिल मल्होत्रा

...जब डमरू लेकर लालू से गले लगे थे इरफान

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ऋषिकेश नारायण सिंह, पटना: वो 2016 के जुलाई का महीना था। (Irfan Khan) पटना आए थे। मौका फिल्म मदारी के प्रमोशन का था। इरफान को अपने फिल्म के प्रमोशन की चाह ही बिहार खींच लाई थी। लाखों फैन फॉलोवर रखने वाले इरफान भी बिहार में किसी के फैन थे। ये और कोई नहीं बल्कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव थे। जब इरफान खान पटना पहुंचे तो वो लालू के घर 10 सर्कुलर रोड आए। यहां इरफान ने लालू से गले मिलकर मुलाकात की। जिसकी गवाह ये तस्वीर बन गई। इस फोटो ने अगले दिन के सारे अखबारों में सुर्खी हासिल कर ली थी। देखिए ये तस्वीर लालू के साथ इरफान की सेल्फी इरफान खान ने इस दौरान किसी भी मौके को जाया नहीं जाने दिया। उन्होंने लालू के साथ सेल्फी भी ली। इस सेल्फी को देखकर साफ पता चल रहा है कि इरफान को बिहार और लालू से कितना लगाव था। देखिए लालू के साथ इरफान की सेल्फी... तेजस्वी से भी मिले थे इरफान लालू के छोटे बेटे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी से भी इरफान ने मुलाकात की थी। इरफान ने इस मुलाकात की तस्वीरें अपने ट्विटर हैंडल पर भी पोस्ट की थीं। इरफान कितने जिंदादिल थे इसका अंदाजा इस ट्वीट में लिखे शब्दों से

रामपुर, हावड़ा...कर्मवीरों पर क्यों बढ़ रहे हमले?

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कोलकाता/लखनऊ कभी इंदौर, कभी मुरादाबाद तो कभी रामपुर...कोराना से देश की जंग के बीच कर्मवीर निशाने पर हैं। कहीं मेडिकल टीम पर हमला होता है तो कहीं पुलिस पर पथराव। कोरोना काल में कर्मवीर अपनी जान जोखिम में डालकर जनता तक मदद पहुंचा रहे हैं। लेकिन एक के बाद एक हो रहे हमलों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। ताजा मामला पश्चिम बंगाल के हावड़ा का है, जहां भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया। कर्मवीरों का सेवाभाव...फिर भी हमले कोरोना वायरस से निपटने के लिए मेडिकल स्टाफ, नर्स, सफाईकर्मी और पुलिस को सबसे बड़ा योद्धा माना जा रहा है। इस जंग में उन्हें कर्मवीर का ओहदा मिला है। वह तमाम मुश्किलों के बीच लोगों को मदद पहुंचाकर सेवाभाव की मिसाल रच रहे हैं। लेकिन लॉकडाउन के दौरान कई इलाकों में उन पर हमले की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। सवाल इस बात का है आखिर उन्हें निशाना क्यों बनाया जा रहा है। ऐसा भी नहीं है कि ये कर्मवीर उन्हें किसी दिक्कत में डाल रहे हैं, बल्कि वे लोगों की मुसीबत कम करने में लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। पढ़ें: डर या किसी अफवाह ने बनाया शिकार? सवाल ऐसे लोगों की मानसिकता पर भी है, जो कर्मवीरों

बुलंदशहर: साधुओं का अलीगढ़ से था पुराना नाता

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बुलंदशहर/अलीगढ़ महाराष्ट्र के पालघर और अब यूपी के बुलंदशहर में दो साधुओं की हत्या के मामले से हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में आरोपी को पकड़ा जा चुका है। इस बीच घटना से अलीगढ़ में भी गहरी नाराजगी है। मारे गए दोनों साधु यहीं के रहने वाले थे। मृतक साधु जगदीश लोधा अलीगढ़ के भानोली गांव के रहने वाले हैं। चार भाइयों में तीसरे नंबर के जगदीश अविवाहित थे। उनके एक भाई अलीगढ़ में फल बेचने का काम करते हैं, जबकि दूसरे दिल्ली में राजमिस्त्री हैं। वहीं सबसे छोटे भाई गांव में ही खेती करते हैं। जगदीश ने बाद में संन्यास ले लिया। 10 साल पहले उन्होंने अलीगढ़ छोड़कर बुलंदशहर का रुख किया। यहां के अनूपशहर थाना क्षेत्र के पगोना स्थित शिव मंदिर में वह रह रहे थे। मारे गए दूसरे साधु शेर सिंह हरदुआगंज इलाके के बरकातपुर गांव के रहने वाले हैं। तीन भाई और एक बहन में दूसरे नंबर पर शेर सिंह ने तकरीबन सात साल पहले संन्यास लेते हुए साधु का जीवन बिताने का फैसला किया। इसके बाद वह भी पगोना के शिव मंदिर पहुंच गए थे। पढ़ें: बुलंदशहर साधु हत्याकांड में अब तक अनूपशहर कोतवाली के गांव पगोना में दो साधुओं की हत्या कर दी गई थ

कोरोना: ऐक्शन, मुस्तैदी यूं थमी भारत में रफ्तार

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नई दिल्ली कोरोना के खिलाफ जंग में पूरी दुनिया भारत के प्रयासों और कदमों की सराहना कर रही है। दुनिया के कई विकसित देशों में जिस तेजी से कोरोना फैला वैसे में विशेषज्ञ मानकर चल रहे थे कि भारत को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन मुस्तैदी और जल्दी लॉकडाउन के कारण यहां कोरोना पीड़ितों की संख्या सीमित रही है। यहां तक कि अमेरिका, इटली जैसे विकसित देशों की तुलना में भारत ने तेजी से कदम उठाए और इस बीमारी को बड़े पैमाने पर फैलने से रोका। बुधवार को देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 31,332 हो गई है और 1,007 लोगों की इस जानलेवा बीमारी के कारण मौत हुई है। कई विशेषज्ञों का मानना कि देश में जारी लॉकडाउन के कारण कोरोना का संक्रमण ज्यादा नहीं हुआ। पीएम मोदी ने 14 अप्रैल को देश में लॉकडाउन को बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया था। उन्होंने कहा, 'भारत मुसीबत के बढ़ने का इंतजार नहीं सर सकता है। जैसे ही यह संकट सामने आया हमने तुरंत फैसला किया।' भारत में जब कोरोना के 519 केस थे तभी भारत ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी। वहीं, जब इटली में 9,200 से ज्यादा मरीज हुए तब उसने लॉकडाउन की घोषणा की जबकि ब्रिटेन मे

15 शहरों में मिली फतह तो जीतेंगे कोरोना से जंग

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नई दिल्ली देश में कोरोना से जंग के बीच सरकार का फोकस अब उन 15 शहरों पर सबसे अधिक हो गया है, जो कि कोरोना के मुख्य केंद्र बने हुए हैं। नीति आयोग (Niti Aayog) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने देश के 15 ऐसे शहरों (Major Cities of Corona in India) की पहचान कराई है, जिनपर कि कोरोना का सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है। आयोग का यह मानना है कि भारत कोरोना से जंग में कितना सफल हुआ है, इसका पता इन शहरों में सुधरे हालातों की स्थिति से ही चल सकेगा। नीति आयोग की लिस्ट में शामिल इन 15 शहरों में सात नाम उन शहरों के हैं, जिनमें कोरोना के मामले सबसे अधिक हैं। इनमें तेलंगाना के हैदराबाद, महाराष्ट्र के पुणे, राजस्थान के जयपुर, मध्य प्रदेश के इंदौर, गुजरात के अहमदाबाद और मुंबई, दिल्ली के नाम शामिल हैं। इसके अलावा वडोदरा, कुरनूल (आंध्र प्रदेश), ठाणे (महाराष्ट्र), आगरा (यूपी), जोधपुर (राजस्थान), चेन्नई (तमिलनाडु) और सूरत (गुजरात) के नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं। 'टेस्टिंग,ट्रीटमेंट और मॉनिटरिंग पर देना होगा जोर' सोमवार को इन शहरों की लिस्ट के साथ अमिताभ कांत ने अपने एक ट्वीट में लिखा. ये 15 जि

फरीदाबाद सील, पुलिस, डॉक्टर को भी छूट नहीं

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फरीदाबाद राजधानी दिल्ली से सटे फरीदाबाद बॉर्डर पर लॉकडाउन में और सख्ती कर दी गई है। जिला मैजिस्ट्रेट ने अब फरीदाबाद से आने-जाने वाले आम लोगों के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों पर भी रोक लगा दी है। डॉक्टर, बैंककर्मियों को भी छूट नहीं दी गई है। यह ऑर्डर 3 मई तक जारी रहेगा। किसे छूट भारी वाहन, माल ढुलाई वाले वाहन, बैंकिंग सुविधाओं से जुड़े वाहन, रसोई गैस, जरूरी सामानों से जुड़ी चीजों के वाहनों को छूट दी गई है। इनके लिए अलग लेन बनेगी। ऐम्बुलेंस को छूट रहेगी। केंद्र सरकार द्वारा जारी पास भी मान्य होगा। किसे छूट नहीं ऑर्डर में डॉक्टर, पैरामेकिडल स्टाफ, पुलिस, बैंक कर्मियों को साफ निर्देश है कि उन्हें आज दोपहर 12 बजे तक कार्ड दिखाकर इधर से उधर जाने की इजाजत दी जाएगी। इसके बाद जो शख्स (फरीदाबाद या दिल्ली) में काम कर रहा होगा उसे अपने कार्यस्थल पर ही रहने का इंतजाम करना होगा। कहां किसकी इजाजत फरीदाबाद गुरुग्राम जरूरी सेवाओं से जुड़े लोग जरूरी सेवाओं से जुड़े लोग दिल्ली में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी (सिर्फ 12 बजे तक) दिल्ली में काम करने वाले सभी सरकारी कर्मचारी कोविड-19 औ

लालू को कोरोना का कोई खतरा नहीं: RIMS

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रांची रांची स्थित राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डा. डीके सिंह ने कहा है कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को कोरोना वायरस () का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने ये भी बताया कि लालू यादव का इलाज करने वाले किसी डॉक्टर या फिर उनकी टीम के स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 (Coronavirus Case in Ranchi) का संक्रमण नहीं है। रिम्स निदेशक ने स्पष्ट किया कि आरजेडी के अध्यक्ष रिम्स के निजी वार्ड में भर्ती हैं। वह अपने वार्ड से बाहर नहीं निकल रहे हैं, ऐसे में उनके संक्रमित होने की आशंका नहीं है। 'लालू यादव का इलाज कर रहे डॉक्टर को कोरोना नहीं' चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव रांची के रिम्स में प्राइवेट वार्ड में भर्ती हैं। रिम्स के निदेशक डा. डीके सिंह ने मंगलवार को लालू यादव के स्वास्थ्य को लेकर मीडिया में चल रही खबरों पर सफाई दी। दरअसल, कुछ खबरों में इस बात की आशंका जताई गई थी कि रिम्स के मेडिसिन विभाग में भर्ती एक बुजुर्ग मरीज के सोमवार को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद लालू का इलाज कर रहे मेडिसिन विभाग के डॉक्टर उमेश प्रसाद की टीम के भी उससे प्रभावित होने की आशंका है।

बाबा केदार के कपाट खुले, मोदी के नाम से पूजा

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देहरादून मंत्रोच्चार और विधि-विधान से पूजा अर्चना के बाबा केदारनाथ (Kedarnath Temple) के कपाट आज सुबह 6 बजकर 10 मिनट में खोल दिए गए। कपाट खुलने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नाम से रुद्राभिषेक पूजा संपन्न की गई। हालांकि कोरोना संकट (Coronavirus) के चलते फिलहाल श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में जाने की अनुमति नहीं हैं। ऐसा पहली बार हुआ होगा जब मंदिर कपाट खुलने के दौरान यहां भक्तों की लाइन नहीं थी। महज 15 से 16 लोग ही वहां मौजूद थे। केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग उखीमठ में 14 दिनों के लिए क्वारंटीन में हैं इसलिए उनके प्रतिनिधि के तौर पर पुजारी शिवशंकर लिंग ने कपाट खुलने की परंपरा का निर्वहन किया। रावल 19 अप्रैल को महाराष्ट्र से उत्तराखंड लौटे हैं, क्वारंटीन खत्म करने के बाद 3 मई को वह केदारनाथ पहुंचेंगे। उनके साथ देवस्थानम बोर्ड के प्रतिनिधि के तौर पर बीडी सिंह समेत पंचगाई से संबंधित 20 कर्मचारी कपाट खुलने पर यहां पहुंचे। इसके अलावा पुलिस और प्रशासन के करीब 15 लोग यहां मौजूद रहे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुई पूजा कोरोना संकट के बीच मंदिर में पूजा