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Showing posts from December, 2020

समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए पीएम को लेटर, बीजेपी नेता ने बताया क्या समस्याएं हैं और लागू होने पर क्या होंगे लाभ

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नई दिल्ली देश भर के लिए समान नागरिक आचार संहिता लागू करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर गुहार लगाई गई है। के एडवोकेट और ने पीएम को लेटर लिखकर कहा है कि 23 नवंबर 1948 को संविधान में अनुच्छेद-44 जोड़ा गया था और इसके तहत प्रावधान किया गया है देश भर के नागरिकों क लिए समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कदम उठाया जाए। पीएम से गुहार लगाई गई है कि 23 नवंबर 2021 को देश भर में समान नागरिक संहिता लागू किया जाए। पीएम को लिखे लेटर में अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि बेटा हो या बेटी, माँ के पेट में बच्चा नौ महीने ही रहता है और प्रसव पीड़ा भी बेटा-बेटी के लिए एक समान होती है इससे स्पष्ट है कि महिला-पुरुष में भेदभाव भगवान, खुदा या जीसस नहीं बल्कि इंसान करता है। हमारे समाज में महिला-पुरुष में जो भेदभाव व्याप्त है वह रीति नहीं बल्कि मनुष्य द्वारा शुरू की गई कुरीति है, धार्मिक प्रथा नहीं बल्कि इंसान द्वारा द्वारा शुरू की गई कुप्रथा है और कुरीतियों और कुप्रथाओं को धर्म, मजहब या रिलिजन से जोड़ना बिलकुल गलत है। वैसे भी हमारा देश वेद-पुराण या बाइबिल-कुरान से नहीं बल्कि संविधान से चलता है और 'समता,

PM मोदी का न्यू ईयर गिफ्ट, सिर्फ पौने पांच लाख में पूरा होगा अपने घर का सपना

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नई दिल्ली () नए साल के पहले दिन शहरों में रहने वाले गरीब लोगों के लिए घर की सौगात दी। पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को छह राज्‍यों में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज इंडिया (GHTC-India) के तहत लाइट हाउस (एलएचपी ) परियोजनाओं की आधारशिला रखी। बता दें कि एलएचपी के तहत केंद्र सरकार छह शहरों- इंदौर, चेन्नै, रांची, अगरतला, लखनऊ और राजकोट में 1,000-1000 से अधिक मकानों का निर्माण करेगी। पौने पांच लाख रुपये में मिलेगा घर दरअसल हरित निर्माण तकनीक का उपयोग कर शहरी गरीबों को छत मुहैया करने संबंधी एलएचपी प्रोजेक्ट के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए मकान बनाए जा रहे हैं। इसके तहत शहरी गरीबों (ईडब्ल्यूएस) को सिर्फ पौने पांच लाख रुपये में 415 वर्ग फीट के फ्लैट सौंपे जाएंगे। इतने रुपये होगी घर की कीमत जानकारी के मुताबिक, घरों की कीमत 12.59 लाख रुपये है, जिसमें केंद्र और प्रदेश सरकार की तरफ से 7.83 लाख रुपये अनुदान के तौर पर दिए जाएंगे। बाकी 4.76 लाख रुपये लाभार्थियों को देने होंगे। फ्लैट का आवंटन प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अनुसार होगा। लाइट हाउ

राजीव गांधी के उस फैसले की कहानी, जिसके बाद नरसिम्हा राव छोड़ना चाहते थे राजनीति

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1990 के उस दौर में राजीव गांधी और नरसिम्हा राव के बीच सब ठीक नहीं था। राजीव गांधी ने यह फैसला किया था कि कांग्रेस के सबसे सीनियर नेता होने के बावजूद पीवी नरसिम्हा राव को कांग्रेस पार्टी का राज्यसभा सांसद ना बनाया जाए। इस बात ने राव को ठेस पहुंचाई और राव ने दिल्ली छोड़कर हैदराबाद शिफ्ट होने का फैसला कर लिया। राजनीतिक संन्यास लेने के उस फैसले की कहानी क्या थी, इस बात का जिक्र पूर्व विदेश मंत्री और एक जमाने में कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे नटवर सिंह ने अपनी किताब 'वन लाइफ इज नॉट एनफ' में किया है। पढ़ें कि आखिर कैसे राव एक सबसे बड़े फैसले तक पहुंच गए थे... देश में सत्ता के शिखर पर रही कांग्रेस पार्टी के उस दौर में नरसिम्हा राव पार्टी के सबसे सीनियर नेता थे। तमाम लोगों के किंगमेकर रहने की हैसियत रखने वाले राव को जब राजीव गांधी ने राज्यसभा का टिकट ना देने का फैसला किया तो इस एक फैसले ने देश की राजनीति में एक नई चर्चा शुरू कर दी। 1990 के उस दौर में राजीव गांधी और नरसिम्हा राव के बीच सब ठीक नहीं था। राजीव गांधी ने यह फैसला किया था कि कांग्रेस के सबसे सीनियर नेता होने के बावजूद पी

क्या कोरोना वैक्सीन लगते ही मिल जाता है कवच या फिर करना होता है इंतजार? जानें बड़ी बातें

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नई दिल्ली अमेरिकी शहर कैलिफॉर्निया में एक पुरुष नर्स ने 18 दिसंबर को कोविड-19 महामारी के खिलाफ विकसित फाइजर का टीका लगवाया। छह दिन बाद उसे ठंड लगने लगी, मांसपेशियों में दर्द होने लगा और थकान महसूस होने लगी। 26 दिसंबर को जांच में उसके कोविड महामारी से ग्रसित होने की पुष्टि हुई। ऐसे में कोविड वैक्सीन के प्रभाव और उसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े हो गए। सवाल यह है कि एक बार टीका लगाने के बाद आप कोरोना से कितना सुरक्षित हो पाते हैं? यह सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से विकसित कोरोना वैक्सीन को यूके की सरकार ने उपयोग की मंजूरी दे दी। बीबीसी की खबरों में कहा जा रहा है कि यूके में सोमवार से जब ऑक्सफर्ड वैक्सीन लगाने की शुरुआत होगी तो टीकाकरण अभियान की रूपरेखा ही बदल जाएगी। इस तरह, 12 हफ्तों के अंदर वैक्सीन का दूसरा डोज दे देने के बजाय ज्यादा-से-ज्यादा लोगों को वैक्सीन का पहला डोज देने की रणनीति पर फोकस हो जाएगा। पहले यूके में ज्यादा जोखिम वाले लोगों को दो-दो वैक्सीन डोज देकर पूरी तरह कोरोना वायरस के खिलाफ दुरुस्त बनाने की रणनीति तय की गई थी। अब वहा

2 मुद्दों पर सहमति...असल 2 पर पेच, जानें किसानों से समाधान का दावा कर रही सरकार कहां फंसी?

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नई दिल्ली दिल्ली में भीषण ठंड के बीच जारी किसानों के आंदोलन के बीच सरकार और आंदोलनकारियों के बीच असमंजस की स्थिति थोड़ी कम हुई है। सरकार ने भले ही कुछ मुद्दों पर बनी सहमति को भले ही अपनी आधी सफलता होने का दावा किया है, लेकिन असल में आंदोलन की मुख्य मांगों को लेकर बना गतिरोध अब भी कायम है। आइए समझते हैं कि किसानों की किस मांग पर सहमति बन गई है और ऐसे कौन से मुद्दे हैं, जिनपर आगे गतिरोध समाप्त करना सरकार के लिए एक बेहद मुश्किल की बात है। ऐसे हुई बात किसानों और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में 30 दिसंबर को 6वें दौर पर बातचीत हुई। इस बैठक में सरकार के प्रतिनिधि के रूप में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, सोम प्रकाश और पीयूष गोयल शामिल हुए। बैठक में 40 से अधिक किसान संगठनों ने भी हिस्सा लिया। खास बात ये कि इस बैठक में नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल ने किसानों के साथ सकारात्मक माहौल में बात होने का दावा करते हुए, उनका लाया खाने की तस्वीर भी पोस्ट की। कहां बनी सहमति किसानों से पांच दौर की बातचीत के बाद सोमवार को कृषि सचिव की ओर से उन्हें 30 दिसंबर को 6वें दौर की

दिल्ली में साल के पहले दिन ठंड का टॉर्चर, सफदरजंग में पारा 1 डिग्री

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नई उम्मीदों के साथ नए साल यानी 2021 ने देश और दुनिया में दस्तक दे दी है। राजधानी दिल्ली में नए साल का स्वागत कड़कड़ाती ठंड और घने कोहरे के साथ हुआ। कोहरा इतना घना है कि गाड़ियों को सुबह भी लाइट जलाकर चलना पड़ रहा है। अगले दो दिन भी मौसम इसी तरह रहने का अनुमान है। राजधानी के सफदरजंग में सबसे कम 1.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। Happy New Year 2021: देश और दुनिया में नए साल की शुरुआत हो चुकी है। देश की राजधानी दिल्ली में भी नए साल की सुबह हुई, लेकिन सबकुछ 'धुआं-धुआं' सा नजर आया। दरअसल, आज सुबह दिल्ली में जबरदस्त कोहरा छाया रहा। नई उम्मीदों के साथ नए साल यानी 2021 ने देश और दुनिया में दस्तक दे दी है। राजधानी दिल्ली में नए साल का स्वागत कड़कड़ाती ठंड और घने कोहरे के साथ हुआ। कोहरा इतना घना है कि गाड़ियों को सुबह भी लाइट जलाकर चलना पड़ रहा है। अगले दो दिन भी मौसम इसी तरह रहने का अनुमान है। राजधानी के सफदरजंग में सबसे कम 1.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। सफदरजंग में 1.1 डिग्री का टॉर्चर राजधानी के सफदरजंग में ठंड का टॉर्चर जारी है। यहां साल के पहले दिन 1.1 डिग्री न्यून

फाइजर की कोरोना वैक्सीन को WHO की मंजूरी, आज भारत भी लेगा बड़ा फैसला

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जिनेवा ने फाइजर और बायोएनटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। मंजूरी देने के बाद डब्लूएचओ ने कहा कि वह दुनियाभर में स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालयों के जरिए वहां के देशों से इस वैक्सीन के लाभ के बारे में बात करेगा। संयुक्त राष्ट्र की इस संस्था की मंजूरी मिलने के बाद अब दुनियाभर के देशों में फाइजर की कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल का रास्ता खुल गया है। वहीं भारत भी आज कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी यूज को लेकर बड़ा फैसला लेगा। डब्लूएचओ ने को दी मंजूरी डब्लूएचओ ने फाइजर की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी की पूरी और विस्तृत जांच बाद में करेगी। संगठन ने गरीब देशों तक कोरोना वैक्सीन के जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए इमरजेंसी यूज लिस्टिंग प्रॉसेस को भी शुरू कर दिया है। इस लिस्ट में शामिल होने के बाद किसी भी कोरोना वैक्सीन को दुनियाभर के देशों में आसानी से आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल जाएगी। आज भारत में भी वैक्सीन की मंजूरी पर बड़ी बैठक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी आज वैक्सीन की अनुमति को लेकर बड़ी बैठक करेगी। इस बैठक में सीरम

भीषण ठंड में दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों ने कैसे किया नए साल का स्वागत? तस्वीरें देखिए

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कड़ाके की ठंड में कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान भी नए साल के जश्न में शरीक हुए। इन किसानों ने 3 से 4 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान में खुली सड़क के नीचे देशभक्ति फिल्मों को देखते हुए नए साल का स्वागत किया। इस दौरान कुछ युवा किसान भांगड़ा करते भी नजर आए। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने धरने के दौरान शहीद हुए अपने किसान साथियों को श्रद्धांजलि भी दी। बता दें कि पिछले एक महीने से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डरों पर डेरा जमाए हुए हैं। Happy New Year 2021: कड़ाके की ठंड में कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान भी नए साल के जश्न में शरीक हुए। इन किसानों ने 3 से 4 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान में खुली सड़क के नीचे देशभक्ति फिल्मों को देखते हुए नए साल का स्वागत किया। कड़ाके की ठंड में कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान भी नए साल के जश्न में शरीक हुए। इन किसानों ने 3 से 4 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान में खुली सड़क के नीचे देशभक्ति फिल्मों को देखते हुए नए साल का स्वागत किया। इस दौरान कुछ युवा क

गूगल से कस्टमर केयर का नंबर लेकर की शिकायत, लग गई बड़ी चपत

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गाजियाबाद में क्रेडिट कार्ड का बिल जमा न होने की समस्या के समाधान के लिए गूगल से एक ऐप का नंबर लेकर शिकायत करना युवक को महंगा पड़ा। कॉल जालसाजों को जा लगी और उन्होंने एक लिंक भेजकर युवक के खाते से 93 हजार 500 रुपये निकाल लिए। यह रुपये पीड़ित के कॉल पर रहते हुए निकाल लिए गए। पीड़ित ने इस मामले में सिहानी गेट थाने में शिकायत दी है। जिसके बाद मुकदमा दर्ज कर थाना पुलिस साइबर सेल की मदद से मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, पटेलनगर सेकंड में रहने वाले पिंटू कुमार एक पेंट कंपनी में सुपरवाइजर हैं। उन्होंने बताया कि 23 दिसंबर को उन्होंने अपने एक्सिस बैंक के क्रेडिट कार्ड का 1247 रुपये का बिल फोनपे ऐप से जमा किया था। क्या है पूरा मामला? पीड़ित के पास 28 दिसंबर को बैंक से एक कॉल आई, जिसमें कहा गया कि उनका बिल जमा नहीं हुआ है। उन्होंने उस एग्जिक्यूटिव को ट्रांजेक्शन नंबर बताते हुए कहा कि वह फोनपे (मोबाइल ऐप) से बिल भर चुके हैं। इस पर उसने कहा कि आपकी पेमेंट हमें नहीं मिली है। आप फोनपे ऐप के कस्टमर केयर से बात करें। इसके बाद उन्होंने गूगल पर फोनपे ऐप का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया। उन्ह

Corona News Update : नए साल पर अच्छी खबर, देश में दम तोड़ रहा है कोरोना, 6 महीने में सबसे कम केस

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अमित भट्टाचार्यन, नई दिल्ली देश में कोरोना का ग्राफ तेजी से नीचे जा रहा है। कोविड-19 से जुड़े आंकड़े यही बता रहे हैं कि नए साल में कोरोना दम तोड़ रहा है। दिसंबर 2020 में पिछले छह महीने की तुलना में कोरोना के सबसे कम मामले सामने आए। वहीं मई के बाद दिसंबर में सबसे कम मौतें हुईं। दिसंबर में 50 फीसदी कम मामले सामने आए जून 2020 के बाद पहली बार ऐसे हुआ कि देश में कोरोना के मामले 10 लाख से कम रहे हो। दिसंबर में नवंबर की तुलना में 35 फीसदी कम 824000 केस सामने आए। नए साल पर यह राहत भरी खबर है। अगर आंकड़ों पर नजर डाले तो 30 नवंबर को देश में औसतन मरीजों की संख्या 40,868 थी, जो कि एक महीने बाद, 30 दिसंबर को, घटकर लगभग आधी 20,507 हो गई। यानी करीब 50 फीसदी कम मामले सामने आए। राजधानी में 1 पर्सेंट से भी कम हुआ संक्रमण वहीं दिल्ली में भी कोविड संक्रमण की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। 23 दिसंबर को दिल्ली में कोविड पॉजिटिविटी रेट (Corona recovery rate) सबसे न्यूनतम स्तर एक पर्सेंट से भी कम रिकॉर्ड किया गया था। राजधानी में भी कोविड के नए मरीजों की संख्या कम हो रही है। लेकिन नए स्ट्रेन का खौफ जा

बीजेपी ने संगठन में किया अहम बदलाव, वी. सतीश को बनाया आयोजक, सौदान सिंह को उपाध्यक्ष

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नई दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गुरुवार को संगठन स्तर पर अहम बदलाव करते हुए पार्टी के संयुक्त महासचिव (संगठन) वी. सतीश को नवसृजित पद आयोजक पर नियुक्त किया है। वहीं को पार्टी उपाध्यक्ष बनाया गया है। संयुक्त सचिव (संगठन) शिव प्रकाश इसी पद पर बने रहेंगे लेकिन उनकी जिम्मेदारियों में बदलाव किया गया है। ने एक बयान जारी कर इन नियुक्तियों की जानकारी दी। प्रकाश पहले उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में पार्टी का कामकाज देखते थे लेकिन अब वह मध्यपद्रेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में पार्टी गतिविधियों को देखेंगे। सतीश अब पार्टी के संसदीय कार्यालय, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति मोर्चा के बीच समन्वय को देखेंगे और पार्टी के विशेष संपर्क कार्यक्रम की जिम्मेदारी निभाएंगे। इससे पहले वह राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में पार्टी के कामकाज को देखते थे। रायपुर से मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार एवं झारखंड में पार्टी का कामकाज देख रहे सौदान सिंह अब केंद्र शासित प्रदेशों, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में पार्टी के कामकाज को देखेंगे। गौरतलब है कि तीनों नेत

Happy New Year 2021: कूटनीतिक मोर्चे पर भारत की नये साल में 4 बड़ी चुनौतियां

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नई दिल्ली नये साल में भारत को विदेश नीति पर नयी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। कोविड के बाद उपजे हालात और दूसरे देशों में नेतृत्व परिवर्तन के बाद भारत को नये समीकरण से खुद को एडजस्ट करने की चुनौती होगी। जानते हैं इस साल भारत की कूटनीतिक मोर्चे पर 4 सबसे बड़ी चुनौती- 1-बाइडेन सरकार से रिश्ता अमेरिका में जनवरी में बाइडेन सत्ता संभाल लेंगे। ट्रंप के चार सालों के शासन के बाद अमेरिकी नीतियों में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है। भारत अमेरिकी सत्ता परिवर्तन के साथ किस तरह खुद को आगे बढ़ाता है वह चुनौतीपूर्ण् होगा। हालांकि नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार का ओबामा प्रशासन से बेहतर संबंध रहा है। लेकिन पिछले चार सालों में बड़ा बदलाव हो गया है। साथ ही बाइडेन का कश्मीर और कुछ दूसरी नीतियों पर मतभेद रहने के संकेत दिख चुके हैं। ट्रंप ने अब तक हर बड़े मसलों पर भारत का समर्थन दिया था। 2- चीन का मसला किस तरह आगे बढ़ेगा वहीं भारत इस साल चीन के साथ कूटनीतिक और सैन्य मोर्चे पर जूझता रहा। और यह संघर्ष जारी रहा। दोनों देशों के बीच कूटनीतिक माइंड गेम भी जारी रहा। अगले साल इस माइंड गेम के और जारी रहने की उम

मर्केल हों या बोरिस जॉनसन या फिर कोई और, दुनिया के नेताओं में पीएम मोदी सबसे लोकप्रिय: सर्वे

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नई दिल्ली विश्व के नेताओं की उनके कार्यकाल में स्वीकृति या दूसरे शब्दों में कहें तो उनकी लोकप्रियता पर नजर रखने वाली डेटा फर्म के सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अप्रूवल रेटिंग सबसे ज्यादा है। पीएम मोदी 55 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग के साथ विश्व नेताओं में शीर्ष पर हैं। वैश्विक स्तर पर सर्व और रिसर्च करने वाली फर्म मॉर्निंग कंसल्ट के नवीनतम सर्वेक्षण के मुताबिक 75 प्रतिशत लोगों ने मोदी का समर्थन किया जबकि 20 प्रतिशत ने उन्हें स्वीकार नहीं किया जिससे उनकी कुल अप्रूवल रेटिंग 55 प्रतिशत रही है जो सबसे अधिक है। इसी तरह जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की स्वीकृति रेटिंग 24 प्रतिशत रही जबकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की अप्रूवल रेटिंग नकारात्मक रही है जिसका मतलब है कि उनका समर्थन करने वालों के मुकाबले विरोध करने वालों की संख्या अधिक है। वेबसाइट के मुताबिक भारत में सर्वेक्षण के दौरान नमूने का आकार 2,126 रहा और इसमें त्रुटि की संभावना 2.2 प्रतिशत है। from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi https://ift.tt/3

बिहार में गर्भवती को नसबंदी के ऑपरेशन के लिए किया बेहोश, बाद में फर्श पर लिटा डॉक्टर फरार

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संजीव तरुण,समस्तीपुर बिहार के समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से बड़ी लापरवाही का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। बुधवार को परिवार नियोजन के तहत नसबंदी के ऑपरेशन के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक 5 महीने के गर्भवती महिला को आशा के जरिए लाया गया, जहां ऑपरेशन रूम में सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद गर्भवती महिला की बिना जांच किए ही उसे इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया गया। वहीं जब डॉक्टरों ने महिला का पेट देखा तो ट्यूमर या बच्चा होने की आशंका के चलते ऑपरेशन बेड से महिला को उतारकर अस्पताल के बरामदे में फर्श पर लिटा दिया। मिली जानकारी के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र के सुरौली वार्ड संख्या- 3 निवासी बबीता देवी पति जय प्रकाश शर्मा को आशा बबीता कुमारी, परिवार नियोजन ऑपरेशन के लिए विभूतिपुर पीएससी लेकर गई। जहां ऑपरेशन की पूरी प्रक्रिया के बाद महिला को बेहोशी का इंजेक्शन देकर बेहोश कर दिया गया। उसके बाद ऑपरेशन बेड पर जब चिकित्सकों ने उसका पेट देखा तो महिला के पेट में ट्यूमर या बच्चा होने की आशंका पर उसे आनन-फानन में ऑपरेशन रूम से बाहर निकाल कर नीचे फर्श पर सुला दिय

राजस्थान बॉर्डर से हरियाणा में घुसे आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज, पुलिस और किसानों में हिंसक झड़प

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अलवर। राजस्थान के अलवर जिले के शाहजहांपुर हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों और के बीच गुरुवार दोपहर को तनातनी का माहौल देखते ही देखते हिंसक झड़प में तब्दील हो गया। किसान आंदोलन में शामिल श्रीगंगानगर से आये युवाओं ने बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस के लगाए गए बेरिकेड्स तोड़ दिए और जबरदस्ती सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रालियों को हरियाणा सीमा में ले गए। इसके बाद हरियाणा पुलिस प्रशासन और किसान आंदोलनकारियों में झड़प हुई। मामला बिगड़ता देख हालात को काबू करने के लिये पुलिस ने कर दिया। इस झड़प से पहले किसानों की ओर से आंदोलन शांतिपूर्ण चल रहा था। लेकिन इसी बीच कुछ युवाओं ने एकजुट होकर रणनीति बनाई और हरियाणा सीमा में जबरन बेरिकेड्स को तोड़कर प्रवेश किया। ऐसा करते हुये दर्जनों ट्रैक्टरों को एक साथ हरियाणा के बॉर्डर में प्रवेश करा दिया, जिसके बाद हरियाणा पुलिस अलर्ट हो गई। ट्रैक्टरों को रोकने का प्रयास किया गया तो दोनों पक्षों के बीच जमकर झड़प हुई। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और माहौल गरमा गया। फिलहाल बातचीत का दौर चल रहा है और किसान नेताओं की ओर से आंदोलनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। इस झड़प के

मणिपुर में भूकंप के झटके, 3.1 रही रिक्टर स्केल पर तीव्रता

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इम्फाल पूर्वोत्तर राज्य आने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को प्रदेश के चंदेल इलाके में भूकंप आने से अफरा-तफरी मच गई। जानकारी के मुताबिक, शाम को 5 बजकर 21 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.1 मापी गई। नैशनल सेंटर फॉर सिसमोलॉजी ने इस संबंध में जानकारी दी है। भूकंप का केंद्र मोईरांग से 35 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व की ओर 40 किमी जमीन के अंदर था। इससे पहले बुधवार को देर रात प्रदेश के उखरूल इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। यहां भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.9 थी। भारतीय समय के अनुसार बुधवार शाम को 8 बजकर 44 मिनट पर ये भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र 100 किमी की गहराई में बताया गया था। हफ्ते भर पहले भी मणिपुर के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। मणिपुर के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी भूकंप ने दस्तक दी थी। from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi https://ift.tt/2L6mq42

नए साल में एक मंच पर आएंगे अजित पवार और फडणवीस, पुणे में होगा कार्यक्रम

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पुणे महाराष्ट्र के मुख्य उपमुख्यमंत्री अजित पवार और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस नए वर्ष में एक बार फिर से एक मंच पर आने वाले हैं। पुणे शहर में विकास काम के उद्घाटन के लिए यह दोनों नेता एक मंच को साझा करने वाले हैं। पुणेकरों को इसी बहाने अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस की बयानबाजी सुनने को मिलेगी। हाल में हुए विधानसभा के अधिवेशन में अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस के बीच की जुगलबंदी को काफी पसंद किया गया था। सुबह सुबह दोनों नेताओं ने ली थी शपथ देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार ने पिछले साल सुबह-सुबह मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर महाराष्ट्र में राजनीतिक भूचाल ला दिया था। यह घटना आज भी लोगों के दिलों में ताजा है। अब यह दोनों नेता पुणे महानगरपालिका ( Function) के एक कार्यक्रम में नए साल में पहली बार एक मंच पर आने वाले हैं। भामा आसखेड़ पानी सप्लाई योजना के लोकार्पण के मौके पर पवार और फडणवीस एक मंच पर आयेंगे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Central Minister Prakash Javadekar) भी आएंगे। ऑनलाइन तरीके से होने वाला यह कार्यक्रम 1 जनवरी को किया जाएगा। कोरोन

Corona Vaccine News: कोरोना टीके पर DCGI ने कहा- संभवत: नया साल बहुत शुभ होगा

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नई दिल्ली ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया () वी.जी. सोमानी ने गुरुवार को इस बात का संकेत दिया कि भारत में नए साल में कोविड-19 का टीका आ सकता है। सोमानी ने यहां एक डिजिटल सेमिनार में कहा कि सबसे महत्वपूर्ण है कि उद्योग और अनुसंधान संगठन समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। उन्होंने कहा कि टीका विकसित करने पर काम कर रही इकाइयों को धन उपलब्ध कराया गया। सोमानी ने जैव-प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा, 'संभवत: नव वर्ष बहुत शुभ होगा जिसमें हमारे हाथ में कुछ होगा। फिलहाल मैं यही संकेत दे सकता हूं।' दरअसल सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और फाइजर ने डीसीजीआई के सामने आवेदन दिया है कि उनके टीके के आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति प्रदान की जाए। ये कंपनियां अनुमति मिलने का इंतजार कर रही हैं। सोमानी के मुताबिक, महामारी के मद्देनजर आवेदकों को अनुमति देने की पक्रिया तेजी से चल रही है और साथ ही पूरे डेटा की प्रतीक्षा किए बिना ही पहले और दूसरे चरण के परीक्षणों को अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा, ‘डेटा की सुरक्षा या इसके कारगर होने के बारे में कोई समझौता नहीं कि

EXPLAINER: सोशल मीडिया पर क्‍यों ट्रेंड हुआ ठाकुर ? जानें, क्या है राष्ट्रगान लिखने वाले 'गुरुदेव' रवींद्रनाथ का सही नाम

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कोलकाता भारत का राष्ट्रगान लिखने वाले बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले काफी चर्चा में हैं। साहित्य के क्षेत्र में नोबल पुरस्कार जीतने वाले इकलौते भारतीय रवींद्रनाथ टैगोर के सही नाम को लेकर इन दिनों बहस छिड़ी हुई है। मामला दरअसल, एक टीवी चैनल के डिबेट से शुरू हुआ है। चैनल पर एक बंगाली पैनलिस्ट के रवींद्रनाथ को 'ठाकुर' कहने पर ऐंकर ने उन्हें टोक दिया और कहा कि सही नाम रवींद्रनाथ टैगोर है, ठाकुर नहीं। इसके बाद सोशल मीडिया पर 'टैगोर' और 'ठाकुर' को लेकर लोगों के बीच इतनी बहस हुई कि ट्विटर पर 'ठाकुर' ट्रेंड करने लगा। क्या है मामला? मामला यह है कि एक टीवी चैनल पर बंगाली पैनलिस्ट ने नाम लिया, जिसके बाद ऐंकर ने उन्हें 'करेक्ट' करते हुए कहा कि वह पहले रवींद्रनाथ ठाकुर का नाम सही से लें। यह रवींद्रनाथ टैगोर है, रवींद्रनाथ ठाकुर नहीं। इस पर पैनलिस्ट ने भी ऐंकर जवाब देते हुए कहा कि 'नहीं, उनका नाम रवींद्रनाथ ठाकुर है।' 15 सेकंड का यह वीडियो क्लिप इसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अब हर कोई इस पर अपनी जानकारी के हिसाब से कमेंट कर रहा

ब्लॉगः साफ होने की जगह और गंदी हो रही गंगा

गंगा निर्मलीकरण योजना एक अधूरा सपना सिद्ध हुई है। इसका एक बड़ा कारण पूरी परियोजना को सरकारी तौर पर चलाया जाना रहा। 2014 के बाद से गंगा के लिए 20 हजार करोड़ रुपए जारी हुए, मगर खर्च एक तिहाई भी नहीं हो पाए। एक तरफ सरकार ने चिंता व्यक्त करके अपना काम पूरा समझ लिया है तो दूसरी तरफ गंगा निर्मलीकरण में जन भागीदारी भी लगभग न के बराबर ही रही है। from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi https://ift.tt/2L4cBn4

ब्लॉगः नए साल में कम नहीं सियासत की चुनौतियां

बीजेपी के लिए भी नया साल अहम होने वाला है, लेकिन विपक्ष के लिए यह साल 'अभी नहीं तो कभी नहीं' जैसा साबित हो सकता है। उधर गवर्नेंस के लेवल पर सरकार के सामने ऐसी चुनौतियां आएंगी, जिसका सियासत पर असर पड़ सकता है। from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi https://ift.tt/383hHJ6

Pictures of the Year 2020: ऐसा साल जिसने रूलाया, हंसाया और लड़ना सिखाया...

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आज 2020 का आखिरी दिन है। वो साल जिसने दुनिया पर ब्रेक लगा दी। फ्लैशबैक में जाकर 2019 को याद करिए, उस वक्त जब दुनिया उम्मीदों से भरे एक नए दशक की शुरुआता की ओर देख रही थी। चीजें उन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहीं और दुनिया कोरोना महामारीी की गिरफ्त में आ गई। लेकिन महामारीी के अलावा यह साल खूबसूरती, हंसी और मानवीय जिजीविषा का भी गवाह बना। तस्वीरों में देखिए कोरोना के कहर के बीच कैसा रहा साल 2020... Around The World 2020: जंग, विरोध, मंदिर, बेरूत और लॉकडाउन ने मचाई दुनिया भर में खलबली। देखें फ्लैशबैक 2020... आज 2020 का आखिरी दिन है। वो साल जिसने दुनिया पर ब्रेक लगा दी। फ्लैशबैक में जाकर 2019 को याद करिए, उस वक्त जब दुनिया उम्मीदों से भरे एक नए दशक की शुरुआता की ओर देख रही थी। चीजें उन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहीं और दुनिया कोरोना महामारीी की गिरफ्त में आ गई। लेकिन महामारीी के अलावा यह साल खूबसूरती, हंसी और मानवीय जिजीविषा का भी गवाह बना। तस्वीरों में देखिए कोरोना के कहर के बीच कैसा रहा साल 2020... ​ये हैं वो 'ली वेनलियांग' जिन्होंने सबसे पहले दी थी कोरोना की चेतावनी वुहा