नई दिल्ली: किनारी बाजार से कश्मीरी गेट और कश्मीरी गेट से नॉर्थ कैंपस..., डीयू के हिंदू कॉलेज का 1899 से शुरू हुआ सफर दिल्ली यूनिवर्सिटी के 100 साल के सफर से ज्यादा पुराना और रोमांचक है। स्वदेशी आंदोलन से लेकर असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो के नारों से लेकर विभाजन के दर्द को इस कॉलेज ने खुद में समाया। इस कॉलेज के स्टूडेंट्स सिर्फ किताबी में ही नहीं डूबे, बल्कि देश की आजादी के लिए भी सड़कों पर उतरे। कल भी यह कॉलेज स्टूडेंट्स की आवाज था और आज भी साइंस, ह्यूमैनिटीज, कॉमर्स ही नहीं, एक आजाद कैंपस के लिए भी देशभर के स्टूडेंट्स की टॉप पसंद है।1899 में यह कॉलेज पुरानी दिल्ली के कृष्ण गुड़वाले ने खड़ा किया, दिल्ली के नामी लोग इसके ट्रस्टी बने। कुछ कमरों में यह कॉलेज चला, एक बोर्डिंग हाउस भी बनाया गया। हालांकि, जगह की कमी थी तो कॉलेज 1908 में कश्मीरी गेट में शिफ्ट हुआ, जहां एक हॉस्टल भी बनाया गया। from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/l8Q6E0U