बिना जेल गए नेता नहीं बन सकते: दिलीप घोष
कोलकाता पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी () के नेता अपने बयानों के लिए लगातार चर्चा में हैं। एक के बाद एक बयानों को लेकर विवादों में रहे दिलीप घोष ने गुरुवार को एक और विवाद खड़ा कर दिया। दिलीप घोष ने कहा कि बिना जेल गए कोई अच्छा नेता नहीं बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि तब तक कुछ ना कुछ करते रहिए, जब तक आप जेल ना चले जाएं। सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ सक्रिय होने को कहते हुए दिलीप घोष ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा कि घर पर बैठना किसी को अच्छा कार्यकर्ता नहीं बनाता है। बंगाल बीजेपी के चीफ दिलीप घोष ने कहा, 'सिर्फ घर पर बैठकर अच्छा नेता बनने की उम्मीद न करें। आप सभी को काम करना होगा। आपको सक्रिय होना पड़ेगा ताकि पुलिस आपको गिरफ्तार करने को मजबूर हो जाए। तृणमूल कांग्रेस के गुंडों की धमकियों से डरे नहीं।' उन्होंने कहा कि जब तक आप जेल न चले जाएं, आप अच्छा नेता नहीं बन सकते हैं। पढ़ें: नेता बोले- सावधानी से बयान दें दिलीप घोष दिलीप घोष के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा कि किसी राजनीतिक पार्टी का नेता होने के नाते उन्हें इस तरह का बयान देने में सावधानी बरतना चाहिए। इस महीने की शुरुआत में भी घोष ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा था, ‘जिन सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, उन्हें बीजेपी शासित राज्यों में कुत्तों की तरह गोली मार दी गई।’ इससे पहले शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन के बारे में दिलीप घोष ने कहा था, 'हमें पता चला है कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं महिलाएं और बच्चे दिल्ली की सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे बैठे हैं। मैं हैरान हूं कि उनमें से कोई बीमार क्यों नहीं हुआ? उन्हें कुछ हुआ क्यों नहीं? एक भी प्रदर्शनकारी की मौत क्यों नहीं हुई? यह बेहद चौंकाने वाला है। क्या उन्होंने कोई अमृत पी लिया है कि उन्हें कुछ हो नहीं रहा है, लेकिन बंगाल में कुछ लोगों द्वारा घबराहट में खुदकुशी करने का दावा किया जा रहा है।'
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