स्पेशल सेल के 5 जवानों को विशेष ऑपरेशन मेडल

नई दिल्ली गृह मंत्रालय ने की स्पेशल सेल के 5 जांबाजों को स्पेशल ऑपरेशन मेडल के लिए चुना है। देश में आतंकी व नक्सल प्रभावित एरिया में स्पेशल ऑपरेशन के लिए गृह मंत्रालय यह अवॉर्ड देता है। यह पहला मौका है जब गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के पांच बहादुरों को कश्मीर के आतंक प्रभावित क्षेत्र में जाकर कार्रवाई करने के लिए ‘स्पेशल ऑपरेशन मेडल’ देने की घोषणा की है। ये हैं स्पेशल सेल के डीसीपी पीएस कुशवाहा, एसीपी अतर सिंह, एनकाउंटर स्पेशलिस्ट इंस्पेक्टर शिव कुमार, एएसआई राजेश शर्मा और हेड कॉन्स्टेबल आदेश कुमार। जैश कमांडर को पकड़ने में दिखाई थी वीरता इन्होंने इसी साल 20 जनवरी को जैश के कमांडर अब्दुल लतीफ गनाई को पकड़ा था। उसकी निशानदेही पर कश्मीर के गंदरबल में हिलाल को गिरफ्तार किया। दोनों मसूद अजहर की स्पीच से प्रभावित थे। इनके पास से हैंड ग्रेनेड बरामद हुए। सेल की टीम ने गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में सिलसिलेवार ग्रेनेड हमले को नाकाम किया। गिरफ्तार आतंकियों को ग्रेनेड से हमले का टारगेट दिल्ली गया था। ITBP के 16 जवानों को भी मेडल गृह मंत्री की तरफ से स्पेशल ऑपरेशन मेडल, राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस अधिकारी, केन्द्रीय पुलिस संगठनों (सीपीओ), केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और विशेष अभियान में शामिल सुरक्षा संगठन के अधिकारियों को दिया जाता है। दिल्ली पुलिस के अलावा ओडिशा पुलिस के 25 व आईटीबीपी के 16 जाबांजों को दिया गया है। मेडल पानेवाले अधिकारी हैं... डीसीपी पीएस कुशवाहा 1995 बैच के दानिप्स अफसर पीएस कुशवाहा स्पेशल सेल के डीसीपी हैं। इससे पहले क्राइम ब्रांच में रह चुके हैं। आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन हों या मुंबई अंडरवर्ल्ड डॉन अश्विन नाइक की गिरफ्तारी, पीएस कुशवाहा का नाम बड़े बड़ों की गिरफ्तारी से चर्चा में रहा है। 2003 में एसीपी रहते हुए पीएस कुशवाहा ने लश्कर ए तैयबा की इंडिया गेट पर धमाके की साजिश को नाकाम कर दिया था। उसी साल हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी जफर उमर को पकड़ा। एडिशनल डीसीपी साउथ में रहे। निर्भया गैंगरेप केस सुलझाने में अहम भूमिका रही। 50 से अधिक एनकाउंटर इनके सुपरविजन में हो चुके हैं। लश्कर ए तैयबा, जैश व इंडियन मुजाहिदीन के खिलाफ कई ऑपरेशन को अंजाम दिया। इनके सुपरविजन में अब तक 5 हजार करोड़ तक की ड्रग पकड़ी जा चुकी है। तमाम मेडल, रिवॉर्ड हासिल कर चुके हैं। प्रेजिडेंट अवॉर्ड मिल चुका है। अब गृह मंत्रालय ने स्पेशल ऑपरेशन मेडल के लिए चुना है। एसीपी अतर सिंह एसीपी अतर सिंह ने 1988 में दिल्ली पुलिस जॉइन की थी। 16 साल से स्पेशल सेल में हैं। इंटेलिजेंसी की वजह से 20 से अधिक एनकाउंटर कर चुके हैं। 150 से अधिक रिवॉर्ड मिल चुके हैं। दिल्ली-एनसीआर मेवाती गैंग की कमर तोड़ने के लिए 2017 में गैलेंटरी अवॉर्ड मिला। आउट ऑफ टर्न प्रमोशन भी पा चुके हैं। इसी साल कश्मीर के आतंक प्रभावित गंदरबल में टीम के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया। एएसआई राजेश शर्मा इंस्पेक्टर शिव कुमार की टीम के तेजतर्रार एएसआई राजेश शर्मा ने 2003 में दिल्ली पुलिस जॉइन की थी। राजेश 2007 से स्पेशल सेल में आए। तब से इंटेलिजेंसी और गैंगस्टर के खिलाफ लगातार मुठभेड़ में टीम को हिस्सा रहे हैं। फिरोज फौजी को मुठभेड़ में मार गिराने पर 2016 में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला। इसी साल जैश के आतंकियों के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन में टीम का हिस्सा रहे। इंस्पेक्टर शिव कुमार दिल्ली पुलिस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से मशहूर स्पेशल सेल इंस्पेक्टर शिव कुमार ने 1999 में बतौर सब इंस्पेक्टर भर्ती हुए थे। 2005 से स्पेशल सेल में हैं। 8 महीने के लिए तिलक नगर एसएचओ रहे। स्पेशल सेल में रहते हुए 44 से अधिक एनकाउंटर कर चुके हैं। देश के सात राज्यों में वांटेड कुख्यात सल्ली जफरू मेवाती गैग को पकड़कर मकोका लगवाई, आज तक जेल में बंद हैं। ये गैंग किडनैपर व हाइवे रॉबर था। 2013 में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला। हेड कॉन्स्टेबल शिव राज तोमर की हत्या के आरोपी कुख्यात गैंगस्टर फिरोज उर्फ फौजी को सोनिया विहार में एनकाउंटर में शिव कुमार ने ढेर कर दिया था। इसी का लेकर 2017 में पुलिस मेडल फॉर गैलेंट्री अवॉर्ड मिला। 14 साल से स्पेशल सेल में हैं। इसी साल जैश के टेररिस्ट को दिल्ली में पकड़कर उसके दूसरे साथी को कश्मीर में जाकर हैंड ग्रेनेड के साथ पकड़ा। आतंकियों को गैस पाइप लाइन, हज मंजिल व इंडिया गेट पर ग्रेनेड से हमले का टारगेट सौंपा था। हेड कॉन्स्टेबल आदेश कुमार स्पेशल सेल में हेड कॉन्स्टेबल आदेश कुमार ने 2003 में दिल्ली पुलिस जॉइन की। पिछले सात साल से स्पेशल सेल में शातिर बदमाशों, आतंकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखकर रणनीति तैयार करने में माहिर हैं। सोनिया विहार में फौजी को मुठभेड़ में मार गिराने में इसी टीम को हिस्सा रहे। उनकी बहादुरी को देखते हुए आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला। इस साल कश्मीर में स्पेशल सेल के ऑपरेशन टीम का हिस्सा रहे।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi https://ift.tt/2r06u9f

Comments

Popular posts from this blog

चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ीं, ED ने मांगी गिरफ्तारी

संपादकीय: उपचुनाव का संदेश, I.N.D.I.A गठबंधन बनने के बाद की पहली भिड़ंत

विशुद्ध राजनीति: विपक्षी बैठक के बाद ममता खफा, राहुल का विदेश दौरा, स्पेशल सेशन पर सस्पेंस, देश की राजनीति में सब घट रहा