सिद्धार्थ का उत्पीड़न? IT विभाग ने दी सफाई
नई दिल्लीदेश की मशहूर कॉफी रेस्तरा चेन 'कैफे कॉफी डे' के लापता मालिक वीजी सिद्धार्थ के एक पत्र में लगाए गए उत्पीड़न के आरोपों का इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने जवाब दिया है। विभाग के सूत्रों ने कहा कि के खिलाफ जांच के मामले में कानून के मुताबिक ही काम किया गया। दरअसल, बेंगलुरु से मंगलुरु जाने के दौरान लापता हुए सिद्धार्थ का एक पत्र सामने आया है, जिसमें उन्होंने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पर शेयरों को अटैच करने की कार्रवाई कर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। सिद्धार्थ ने अपने खत में आयकर विभाग के एक पूर्व डीजी पर प्रताड़ना का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा है कि एक पूर्व डीजी ने उनके शेयर्स को दो बार अटैच किया जिससे माइंडट्री के साथ उनकी डील ब्लॉक हो गई और फिर कॉफी डे के शेयर्स की जगह ले ली, जबकि संशोधित रिटर्न्स उनकी ओर से फाइल किए जा चुके थे। सिद्धार्थ ने इसे अनुचित बताया है और लिखा है कि इसके कारण पैसे की कमी हो गई थी। उनके पत्र के जवाब में आईटी डिपार्टमेंट का कहना है कि सर्च या रेड के दौरान पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही प्रोविजनल अटैचमेंट की गई थी। विभाग के एक सूत्र ने बताया, 'इस मामले में विभाग ने न्यायसंगत तरीके से ही कार्रवाई की थी।' उन्होंने कहा कि सिद्धार्थ को माइंडट्री के शेयरों को बेचने से 3,200 करोड़ रुपये मिले थे, लेकिन उन्होंने टैक्स के तौर पर महज 46 करोड़ रुपये ही चुकाए, जबकि मिनिमम ऑलटरनेट टैक्स के तहत 300 करोड़ रुपये की देनदारी बनती थी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने लेटर पर ही उठाए सवाल यही नहीं, विभाग के सूत्रों ने बताया कि सोशल मीडिया पर सिद्धार्थ का जो पत्र सर्कुलेट हो रहा है, उसमें दर्ज हस्ताक्षर सिद्धार्थ से नहीं मिलते हैं। विभाग का कहना है कि उनके रिकॉर्ड में सिद्धार्थ के साइन सोशल मीडिया में चल रहे पत्र से अलग हैं। कर्नाटक के पूर्व सीएम और बीजेपी लीडर एसएम कृष्णा के दामाद सिद्धार्थ आखिरी बार सोमवार रात को दक्षिण कन्नड़ जिले के कोटेपुरा इलाके में नेत्रावती नदी के पास देखे गए थे। फिलहाल एजेंसियां उनकी तलाश में जुटी हुई हैं। ड्राइवर से कहा था, टहलने जा रहा हूं सिद्धार्थ का पता लगाने के लिए एनडीआरएफ, तटरक्षक, होम गार्ड, अग्निशमन विभाग एवं तटीय पुलिस की सेवा ली गई है। स्थानीय मछुआरे भी अपनी नौकाओं के साथ तलाश अभियान में शामिल हो गए हैं। सिद्धार्थ सोमवार की दोपहर बेंगलुरु से हासन जिले के सक्लेशपुर के लिए निकले थे लेकिन अचानक उन्होंने अपने कार ड्राइवर से मंगलुरु चलने को कहा। पुलिस ने बताया कि नेत्रावती नदी पर बने पुल के पास वह कार से उतर गए और उन्होंने ड्राइवर से कहा कि वह टहलने जा रहे हैं। दक्षिण कन्नड़ जिले के उपायुक्त सेंथिल शशिकांत सेंथिल ने कहा, ‘उन्होंने (सिद्धार्थ) ड्राइवर से उनके आने तक रुकने को कहा। जब वह दो घंटे तक वापस नहीं आए तो ड्राइवर ने पुलिस से संपर्क कर उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई।’
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